Vande Bharat No Food Option: वंदे भारत में ‘नो फूड आप्शन’ खत्म, यात्रियों में नाराजगी बढ़ी
वंदे भारत एक्सप्रेस में 'नो फूड' विकल्प को रेलवे ने बंद कर दिया है, जिससे यात्रियों में नाराजगी है। पहले यात्रियों को भोजन चुनने या न चुनने का विकल्प मिलता था, जिससे टिकट की कीमत कम होती थी। अब यह विकल्प हटाने से टिकट महंगा हो गया है, और उन यात्रियों को परेशानी हो रही है जो ट्रेन में भोजन नहीं करना चाहते। यात्री इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

संवाद सूत्र, बगहा। वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों को दिए जाने वाले ‘नो फूड ऑप्शन’ को खत्म कर दिया गया है। अब हर यात्री को फूड चार्ज देना अनिवार्य होगा। इस फैसले से बगहा से पटना और बगहा से गोरखपुर तक यात्रा करने वाले यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, अब बगहा से पटना तक वंदे भारत का किराया फूड सहित 880 और बिना फूड ₹740 था लेकिन नई व्यवस्था में केवल फूड सहित किराया ही लागू रहेगा यानी यात्रियों को अब ₹880 रुपये ही देने होंगे।
वहीं, बगहा से गोरखपुर तक का किराया पहले फूड सहित ₹645 और बिना फूड ₹580 था अब यात्रियों को ₹645 रुपये का भुगतान करना होगा। यात्रियों का कहना है कि कई लोग छोटे सफर के लिए खाना नहीं लेते थे लेकिन अब उन्हें मजबूरन अधिक किराया देना पड़ रहा है।
यात्रियों की राय:
मैं अक्सर मोतिहारी मीटिंग के लिए जाता हूं। डेढ़-दो घंटे के सफर में खाने की जरूरत नहीं होती, अब बेवजह ज्यादा किराया देना पड़ेगा। - योगेश राज, यात्री
रेलवे को सुविधा देनी चाहिए, मजबूरी नहीं बनानी चाहिए। जिन लोगों को खाना नहीं चाहिए, उन्हें ‘नो फूड’ का विकल्प रहना चाहिए। - अमित कुमार, यात्री
हम छात्र लोग टिकट सोच-समझकर लेते हैं। 100-150 रुपये का फर्क हमारे लिए मायने रखता है। - अमन कुमार, यात्री
सुविधा अच्छी है लेकिन यात्री की पसंद भी जरूरी है। हर किसी की जरूरत एक जैसी नहीं होती। - चंदन कुमार यादव, यात्री

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।