Bihar News: खुले में धड़ल्ले से हो रही मांस-मछली की बिक्री, बीमार पड़ रहे लोग; हिदायत के बाद भी अनदेखी
रामनगर में नगर परिषद की अनदेखी के कारण खुले में मांस-मछली की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। स्कूलों के पास भी दुकानें होने से बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। हालांकि परिषद ने पहले सर्वे किया था और हिदायत दी थी लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। सिटी मैनेजर ने जल्द कार्रवाई करने की बात कही है।

संवाद सूत्र, रामनगर। नगर परिषद की तरफ से अभी तक मांस मछली की दुकानों को लेकर कोई भी गाइड लाइन जारी नहीं की गई है।
जिसके कारण आज हर चौक चौराहा पर खुले में मांस मछली की बिक्री धड़ल्ले से हो रहा है। जिसे खाकर आम लोग बीमार हो रहे हैं।
मिट्टी एवं धूल कणों के संपर्क में आकर यह अधिक संक्रमित होते हैं। खरीदार महंगे दाम पर रोग को अपने घर ले जाते हैं। कहीं-कहीं तो मांस मछली की दुकानों का संचालन स्कूलों के पास भी किया जाता है।
इससे आते-जाते स्कूली बच्चों के बाल मन प्रभावित होते हैं। यह समस्या कई सालों से चली आ रही है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि मांस मछली विक्रेता बकरी एवं बासी मांस और ताजे मछली में भी बासी मछली मिलाकर बेचते हैं।
नप के तरफ से ना तो इस दिशा में कभी ठोस कदम उठाए गए और ना ही कभी रोक-टोक की जाती है। निरामिष दिवस के अवसर पर ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार प्रसार कर नप अपने कर्तव्यों की इतिश्री मान लेता है।
किया गया था दुकानों का सर्वे
बीते करीब दो माह पहले नगर में मांस मछली के दुकानों का सर्वेक्षण सिटी मैनेजर इंटू कुमार के नेतृत्व में किया गया था। जिसमें करीब 65 से 70 दुकान चिन्हित किए गए थे। सभी दुकानदारों को हिदायत दी गई थी कि खुले में मांस मछली नहीं बेचे। इस कपड़े से ढंक कर रखें। इसका पानी सड़क पर नहीं गिराए। साफ सफाई का ख्याल रखें। परंतु इस बात को भी काफी दिन बीत गए। अब खुलेआम मनमाने ढंग से मांस मछली की बिक्री चल रही है।
कहते हैं नगरवासी
नगर के सबुनी निवासी राजू गुप्ता का कहना है कि दुकानदारों का लाइसेंस निर्गत किया जाए। साथ ही उनके बेचने के लिए स्थान निर्धारित किया जाए।
वहीं, मोहसिन अहमद का कहना है कि व्यवस्थित तरीके से लाइसेंसी दुकान से ग्राहकों को खरीदने में भरोसा रहेगा। मांस मछली को कपड़े से ढंक कर बेचने की व्यवस्था हो।
बासी मांस मछली खाने से पेट संबंधित कई तरह की बीमारियां होती हैं। कभी भी ताजा मांस मछली का सेवन करना चाहिए।-डॉ एम काजिम, चिकित्सक
मांस मछली की दुकानों को सूचीबद्ध किया गया है। सबको हिदायत दी गई है। परंतु, पता चला है कि यह निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। अगले सप्ताह से चरणबद्ध कार्रवाई की जाएगी। साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा। लाइसेंस के संबंध में विभागीय बातचीत की जा रही है।-इंटू कुमार, सिटी मैनेजर
यह भी पढ़ें-
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।