बाढ़ में बह गया ऑफिसर बनने का सपना, बेटे की मौत से टूटा परिवार
हरनाटांड़ में झिकरी नदी में डूबने से शैलेश राम की मृत्यु हो गई जिससे पूरे गाँव में शोक की लहर है। मृतक के पिता धर्मेंद्र राम जो अपने बेटे को अफसर बनाने का सपना देखते थे इस घटना से टूट गए हैं। पंचायत मुखिया ने परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

संवाद सूत्र, हरनाटांड़। पहाड़ी झिकरी नदी में दो दिन पूर्व डूबकर हुई शैलेश राम (22) की असामयिक मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है। भड़छी पंचायत के जड़ार गांव निवासी धर्मेंद्र राम का इकलौता सपना था कि उनका बड़ा बेटा पढ़-लिखकर अफसर बने और बुढ़ापे में उनका सहारा बने।
लेकिन अचानक हुई इस दर्दनाक घटना ने परिवार का भविष्य ही अंधकारमय कर दिया। शैलेश के पिता धर्मेंद्र राम बताते हैं कि बड़े बेटे की पढ़ाई-लिखाई के लिए मैं और मेरा छोटा बेटा कुंदन हैदराबाद में रहकर मजदूरी करते थे।
मौत से गांव में शोक की लहर
मेहनत से कमाए गए पैसों से वे शैलेश को एक बेहतर मुकाम दिलाने का सपना देख रहे थे। मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था। शैलेश के एक मित्र बलराम सहनी का कहना है कि शैलेश होनहार और मिलनसार स्वभाव का लड़का था।
उसकी मौत से गांव का हर कोई स्तब्ध है। घर की माली हालत पहले से ही कमजोर थी और अब इस घटना से परिवार पूरी तरह टूट गया है।
नदी में अचानक आई बाढ़
गौरतलब है कि बुधवार की सुबह खेत से लौटने के दौरान झिकरी पहाड़ी नदी में अचानक आई बाढ़ की चपेट में आने से शैलेश की डूबकर मौत हो गई थी। घटना के बाद गांव में शोक की लहर है और हर किसी की आंखें नम हैं।
इधर भड़छी पंचायत के मुखिया कृष्ण मोहन महतो ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही लौकरिया पुलिस के सहयोग से एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
यह अत्यंत दुखद हादसा है। वह पढ़ाई में होनहार था और पूरे गांव का गर्व था। उसकी असमय मौत से गांव का भविष्य अंधकारमय लगने लगा है। स्वजन को हर संभव सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
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