West Champaran : जंगल सफारी का लौटेगा रोमांच, वीटीआर में दिखेगी वन्य जीवन की धड़कन
पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में जंगल सफारी फिर शुरू होने जा रही है, जिससे पर्यटकों को वन्य जीवन का रोमांचक अनुभव मिलेगा। वीटीआर प्रशासन ने सफारी की तैयारी पूरी कर ली है, जिसमें बेहतर मार्ग और सुरक्षा व्यवस्था शामिल है। पर्यटक बाघ, तेंदुआ, हिरण जैसे वन्यजीवों को करीब से देख सकेंगे। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

जंगल सफारी की जिप्सी, जिससे पर्यटक करते हैं सफारी। फाइल फोटो
संवाद सूत्र, वाल्मीकिनगर । वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के वन प्रमंडल-दो अंतर्गत वाल्मीकिनगर, मंगुराहां एवं गोबर्धना वन क्षेत्र में 23 अक्टूबर से नए पर्यटन सत्र की औपचारिक शुरुआत होने जा रही है। इसके लिए वन विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जंगल भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों की सफारी को वन विभाग के अधिकारी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
पर्यटन सत्र शुरू होने से पूर्व जंगल कैंप को रंग-बिरंगे फूलों की मालाओं से सजाया गया है। वनकर्मी नए सत्र का स्वागत पूरे उत्साह और गर्मजोशी के साथ कर रहे हैं। लगभग चार महीने के लंबे अंतराल के बाद वाल्मीकिनगर और जंगल कैंप क्षेत्र में फिर से रौनक लौटने वाली है। इस दौरान पर्यटकों की कमी से सुनसान पड़े इन इलाकों में अब चहल-पहल बढ़ने की उम्मीद है। पर्यटन बंद रहने से स्थानीय व्यापारियों के कारोबार पर भी प्रतिकूल असर पड़ा था, लेकिन अब उन्हें राहत की उम्मीद है।
वन मार्ग और व्यू प्वाइंट को किया गया दुरुस्त
वन विभाग ने पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जंगल मार्गों की मरम्मत कराई है। गड्ढों को भरने के साथ-साथ व्यू प्वाइंट्ज हां वन्य जीवों को आसानी से देखा जा सकता है को भी ठीक कर दिया गया है। जंगल सफारी के दौरान पर्यटक जंगल कैंप से करीब 23 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं।
पर्यटकों को मिलेंगी ये सुविधाएं
इस पर्यटन सत्र में पर्यटकों को जंगल सफारी, इको पार्क और झूला पुल जैसी आकर्षक सुविधाएं मिलेंगी। हालांकि गंडक नदी में राफ्टिंग की सुविधा फिलहाल शुरू नहीं हो सकेगी। वन क्षेत्र के रेंजर अमित आनंद ने बताया कि नदी में अभी जलस्तर अधिक है। जैसे ही जल स्तर में गिरावट आएगी, राफ्टिंग की सुविधा भी बहाल कर दी जाएगी। वन विभाग को उम्मीद है कि इस पर्यटन सत्र में बड़ी संख्या में पर्यटक वीटीआर का रुख करेंगे और यहां के समृद्ध जैव विविधता व प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाएंगे।
30 जून को बंद हुआ था पर्यटन सत्र
वीटीआर प्रशासन ने पहले 30 जून को पर्यटन सत्र की घोषणा करते हुए एक अक्टूबर से पर्यटन सत्र शुरुआत करने के साथ ही सफारी शुरू करने की बात कही थी, लेकिन बारिश से आई तबाही ने तैयारियों पर पानी फेर दिया। अधिकारियों के अनुसार रास्तों की मरम्मत और उन्हें सफारी योग्य बनाने में करीब एक महीने से अधिक लग गए। सीएफ नेशामणि ने बताया कि पर्यटन सत्र की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जंगल सफारी के रास्ते को दुरस्त कर लिया गया है। इस सीजन में बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है।
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