नेपाल के नवलपरासी जेल से फरार कैदी वाल्मीकि नगर बार्डर पर पकड़ा गया, ड्रग्स तस्करी के आरोप में था जेल में बद
नेपाल की नवलपरासी जेल से फरार एक कैदी को एसएसबी ने वाल्मीकि नगर बॉर्डर पर पकड़ा। निशेष कुमार नामक यह कैदी ड्रग्स के मामले में जेल में बंद था। वह नदी के रास्ते वाल्मीकि नगर आने की योजना बना रहा था लेकिन नदी में पानी ज्यादा होने के कारण वह पकड़ा गया। पूछताछ के बाद उसे नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया गया।

संवाद सूत्र, त्रिवेणी(नेपाल)। नवलपरासी जेल से शुक्रवार की दोपहर फरार एक कैदी को सशस्त्र सीमा बल ने वाल्मीकि नगर बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान पकड़ लिया। पकड़े गए कैदी की पहचान निशेष कुमार (उम्र लगभग 20 वर्ष) के रूप में हुई है। जो ड्रग्स के मामले में पिछले चार महीने से परासी जेल में बंद था। एसएसबी ने निशेष को नेपाल के सुरक्षाकर्मियों को सौंप दिया।
बुधवार को परासी जेल में लगभग 500 कैदियों ने आगजनी कर सुरक्षाकर्मियों को बंधक बना लिया और फरार हो गए थे। इन्हीं में से एक निशेष भी था। पूछताछ में निशेष ने बताया कि जेल से भागने के बाद वह पगडंडी के रास्ते त्रिवेणी बॉर्डर तक पहुंचा। इसके बाद उसने वाल्मीकि नगर में रह रहे अपने माता-पिता को सूचना दी।
जानकारी मिलते ही उसके पिता रविन्द्र महतो निवासी गौरे गांव थाना पिपरा, जिला मोतिहारी के निवासी हैं और वाल्मीकिनगर टंकी बाजार के थापा कॉलोनी में किराये पर रहते हैं। अपने बेटे को लेने 36 नंबर बॉर्डर पहुंचे।
गंडक नदी से लाने की थी साजिश
योजना थी कि गंडक नदी के रास्ते नाव से निशेष को वाल्मीकि नगर लाया जाए, लेकिन नदी में जलस्तर अधिक होने के कारण नाविक ने इन्कार कर दिया। इसके बाद पिता-पुत्र गंडक बराज के रास्ते वाल्मीकि नगर बार्डर पहुंचे, जहां एसएसबी ने जांच के दौरान दोनों को रोका।
पूछताछ में पर्दाफाश हुआ कि निशेष नेपाल के परासी जेल से फरार हुआ कैदी है। इसके बाद एसएसबी ने इस मामले की सूचना नेपाल की त्रिवेणी थाना और नेपाल बॉर्डर पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एपीएफ) को दी। सूचना मिलते ही नेपाल पुलिस के हवलदार नवीन पौडेल और एपीएफ के जवान गंडक बराज आउट पोस्ट पर पहुंचे।
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