By Tufani Chaudhary Edited By: Krishna Parihar Updated: Thu, 31 Jul 2025 03:36 PM (IST)
बारिश के मौसम में नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज से भटककर जानवर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) पहुंच रहे हैं। वन विभाग ने जानवरों की निगरानी बढ़ा दी है। गश्ती दल नेपाल से सटे जंगलों में मुस्तैद हैं जहाँ गैंडे और हाथियों का मूवमेंट देखा जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार जानवरों को वीटीआर की आबोहवा पसंद आ रही है।
संवाद सहयोगी, बगहा। बरसात शुरू होते ही नेपाल के चितवन राष्ट्रीय निकुंज के जानवर भटककर बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व ( VTR) आ रहे हैं. अब इन जानवरों को वीटीआर के कर्मचारी रोकेंगे। नेपाल के जानवरों की गतिविधियों को देखते हुए वीटीआर के कई इलाकों में वन विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है।
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नेपाल से सटे चिउटाहां, गोनौली और वाल्मीकिनगर के जंगलों में वनकर्मी गश्ती कर रहे हैं। नेपाल से भटककर आए गैंडे और हाथियों का मूवमेंट देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार बरसात शुरू होते ही चितवन और आसपास के जंगलों से हाथियों का झुंड वीटीआर में आ जाता है।
मादा हाथी दूसरे झुंड से सुरक्षित रहने के लिए बच्चों के साथ आ जाती हैं, जो कुछ दिनों तक वीटीआर के जंगलों में रुकते हैं। इसके बाद वे वापस नेपाल लौट जाते हैं। इधर कुछ दिनों से हाथियों का मूवमेंट देखा गया है। साथ ही गैंडा भी इन दिनों वाल्मीकिनगर और आसपास के इलाकों में कई बार आते-जाते देखे गए हैं।
विशेषज्ञ मानते हैं कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व की आबोहवा अब इन जानवरों को बहुत पसंद आने लगी है, इसीलिए इनका यहां आना-जाना बढ़ गया है। वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्रीय निदेशक डॉ. नेशामणि के ने बताया कि नेपाल से आए इन जानवरों की सुरक्षा और निगरानी के लिए वन विभाग ने टीम गठित कर दी है।
वन कर्मियों की टीम लगातार गश्त कर रही है। उन्होंने बताया कि नेपाल और वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल एक-दूसरे से सटे और खुले होने की वजह से जानवरों का आना-जाना आम बात है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से दोनों देशों के वन विभाग की ओर से पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है ताकि कोई खतरा न हो और जानवर सुरक्षित रहें।
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