कोरोना हॉट स्पॉट से सटे दस गांव मेडिकल टीम के हवाले
बेतिया। योगापट्टी प्रखंड का एक गांव। ये जिले का कोरोना हॉट स्पॉट है।
बेतिया। योगापट्टी प्रखंड का एक गांव। ये जिले का कोरोना हॉट स्पॉट है। इस गांव के 11 लोग अभी तक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दिल्ली की जहांगीरपुरी से आए प्रवासियों में से पांच कोरोना पॉजिटिव की वजह से अभी यह संख्या 11 तक पहुंच चुकी है। प्रशासन की ओर से कोरोना चेन को तोड़ने के लिए हॉट स्पॉट के आसपास के चार गांवों को बीते 29 अप्रैल से ही सील किया गया है। यहां की प्रत्येक गतिविधि प्रशासन की निगरानी में है। लोगों के घरों से निकलने पर पाबंदी है। घरों में सारी आवश्यक सामग्रियां पहुंचाई जा रहीं है। हालांकि सुखद समाचार ये है कि अब तक किसी अन्य जगह से कोरोना संक्रमित नहीं है। सिर्फ एक गांव में आए कोरोना संक्रमितों की वजह से इस प्रखंड के चार गांव एवं इस गांव की सीमा से लगने वाली लौरिया प्रखंड की दो पंचायतों के आठ गांवों को मेडिकल टीम के हवाले किया गया है। हालांकि कोरोना हॉट स्पॉट गांव के समीप के गांवों के चार हजार लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो चुका है। अब इस गांव की सीमा से लगने वाले गांवों के स्वास्थ्य परीक्षण की तैयारी चल रही है।
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पूरी पंचायत को कर दिया सैनिटाइज
योगापट्टी प्रखंड के कोरोना हॉट स्पॉट गांव में ही नहीं, पूरी पंचायत को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जा रहा है। एसडीएम विद्यानाथ पासवान स्वयं इस पंचायत की निगरानी में हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन सुबह एवं शाम में पूरी पंचायत को सैनिटाइज कराया जा रहा है। लोगों के खाने-पीने के लिए आवश्यक सामग्री की आपूर्ति के लिए होम डिलीवरी सिस्टम लागू किया गया है। इसके लिए मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए गए हैं। फोन कर लोग आवश्यक सामान मंगा रहे हैं।
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इनसेट
कंटेनमेंट जोन में लौरिया की दो पंचायतें
लौरिया, संसू: योगापट्टी प्रखंड के कोरोना हॉट स्पॉट गांव के तीन किमी के परिक्षेत्र में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इसमें लौरिया प्रखंड की दो पंचायतों के आठ गांव आ गए हैं। अंचलाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस गांवों की गतिविधि सामान्य गांवों की तरह रहेगी। इन गांवों पर मेडिकल टीम की निगरानी रहेगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा अब्दुल गनी ने बताया कि कंटेनमेंट जोन के सभी गांवों के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। डोर टू डोर मेडिकल टीम जाएगी। 14 दिनों तक गांव के प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की निगरानी की जाएगी। इसके लिए दस पर्यवेक्षक व 29 एएनएम व आशा की टीम बनाई गई है। इन गांवों में रहने वाले किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें तुरंत जांच के लिए भेजा जाएगा।
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फैक्ट फाइल
- 25 अप्रैल की शाम में दिल्ली के जहांगीरपुरी से आए थे प्रवासी
- 26 अप्रैल को क्वारंटाइन कर जांच के लिए भेजा गया था सैंपल
- 29 अप्रैल को पहली बार जिले में मिले पांच प्रवासी कोरोना पॉजिटिव
- 04 गांवों को प्रशासन ने कर दिया सील, 56 लोग हुए क्वारंटाइन
- 03 मई को प्रवासियों के संपर्क से पांच और हो गए कोरोना पॉजिटिव
- 04 मई को भी कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आई एक महिला मिली पॉजिटिव
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कोट -
कोरोना के चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन की ओर से पूरी पंचायत की निगरानी की जा रही है। पूरी पंचायत को सैनिटाइज किया जा रहा है। सबों की मेडिकल जांच कराई जा रही है।
- विद्यानाथ पासवान, एसडीएम बेतिया।
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