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    बाढ़ से होने वाली क्षति के आकलन के लिए पहुंची भारत व नेपाल के अभियंताओं की टीम

    By Sunil Kumar Gupta Edited By: Ajit kumar
    Updated: Mon, 17 Nov 2025 06:33 PM (IST)

    भारत और नेपाल के अभियंताओं ने बाढ़ नियंत्रण को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। गंडक बराज के रास्ते होने वाले जल प्रवाह से होने वाली तबाही को रोकने पर चर्चा हुई। अभियंताओं ने नदी के निचले हिस्से और बांधों का निरीक्षण किया। 2026 में बाढ़ से पहले कराए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। बैठक में दोनों देशों के कई अधिकारी शामिल थे।

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    नेपाल के त्रिवेणी में बी-गैप बांध का निरीक्षण करते आयोग के सदस्य। जागरण

    संवाद सूत्र, वाल्मीकिनगर (पश्चिम चंपारण)। बाढ़ नियंत्रण को लेकर भारत- नेपाल के अभियंताओं की बैठक सोमवार को संपन्न हुई । इसमें भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गंडक बराज के रास्ते प्रत्येक वर्ष बरसात के दिनों में होने वाले अत्यधिक जल प्रवाह के कारण पर चर्चा हुई।

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    बाढ़ की विभीषिका से होने वाली जान माल की तबाही की रोकथाम को लेकर भारत नेपाल दोनों देशों के अभियंताओं की गंडक हाई लेवल कमेटी की बैठक सोमवार की दोपहर नेपाल के बी गैप बांध स्थित उत्तर प्रदेश के गेस्ट हाउस में आयोजित की गई।

    बैठक में गंडक हाई लेवल स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य और अभियंता शामिल रहे। वर्ष 2026 में बाढ़ पूर्व गंडक नदी की तैयारी को लेकर गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग (जीएफसीसी) निदेशक वरुण सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक आयोजित की गई।

    अभियंता ने बताया कि गंडक नदी के निचले हिस्से में 16 नवंबर से कुशीनगर जिले से निरीक्षण करते हुए उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र का निरीक्षण कर सोमवार को गंडक बराज का निरीक्षण करते हुए नेपाल के ए गैप तथा बी गैप बांध का निरीक्षण किया गया।

    इस अवसर पर बिहार सरकार के सिंचाई विभाग के अभियंता ,उत्तर प्रदेश के अभियंता, फील्ड ऑफिसर, वरीय अभियंता बैठक में शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान बाढ़ से हुई क्षति को देखते हुए मेंटेनेंस के लिए अभियंता प्रमुख पटना वरुण कुमार सिंचाई विभाग पटना के द्वारा निर्देशित किया गया।

    अभियंताओं ने नेपाली क्षेत्र के ए गैप और बी गैप और रिंग बांध आदि का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया, ताकि बाढ़ से होने वाली विभीषिका और हानि से बचाव किया जा सके। जान माल की हानि को रोका जा सके। ताकि बाढ़ से क्षेत्रीय लोगों की आर्थिक अर्थव्यवस्था प्रभावित न हो।

    सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

    सोमवार की सुबह बिहार सरकार जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता धर्मेन्द्र कुमार के नेतृत्व में आगामी 2026 में बाढ़ पूर्व कराए जाने वाले कार्यों एवं मेंटेनेंस का अनुमोदन व निरीक्षण करने यह टीम पहुंची।

    निदेशक ने पत्रकारों को बताया कि गंडक बराज के निचले हिस्से कुशीनगर जिले से लेकर नेपाल के भागों में आगामी 2026 में बाढ़ पूर्व कराए जाने वाले कार्यों एवं मेंटेनेंस आदि स्थलों का निरीक्षण किया गया है।

    चेयरमैन ने आगे बताया कि 2026 में बाढ़ पूर्व कराए जाने वाले कार्यों एवं मेंटेनेंस का रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपी जाएगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के गंडक बाढ़ नियंत्रण आयोग के निदेशक विवेक पाल, सहायक निदेशक मनीष कुमार, विवेक नंदन महाराजगंज के सहायक अभियंता रणजीत सिंह, कनीय अभियंता संतराम के अलावा नेपाल काठमांडू से आए जलसंसाधन विभाग के महानिदेशक कुशांग शेर्पा, सिंचाई विभाग सेमरी नेपाल के कार्यालय प्रमुख तिलक राम बूढ़ाथोकी आदि अधिकारी मौजूद रहे।