Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    नेपाल सीमा पर दूसरे समुदाय के शख्स के साथ पकड़ी गई नाबालिग, पुलिस खोलेगी मामले की सारी परतें

    By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar Jha
    Updated: Sat, 30 Sep 2023 05:51 PM (IST)

    Bihar News पश्चिम चंपारण के वाल्मीकीनगर में भारत-नेपास सीमा पर जांच के दौरान एसएसबी जवान ने 38 साल के दूसरे समुदाय के साथ एक नाबालिग को पकड़ा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस दूसरे समुदाय का व्यक्ति नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर नेपाल ले जा रहा था। लड़की की मां ने एसएसबी को धन्यवाद कहा है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए प्रयोग की गई तस्वीर। फोटो जागरण

     संवाद सूत्र, (पश्चिम चंपारण) Bihar News: वाल्मीकीनगर स्थित भारत-नेपाल सीमा(India Nepal Border) गंडक बैराज पर जांच के दौरान शुक्रवार की देर शाम संदेह के आधार पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों ने 38 वर्षीय दूसरे समुदाय के साथ एक 16 वर्षीय  को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान संदेह होने पर एसएसबी(SSB) ने उन्हें वाल्मीकिनगर पुलिस को सौंप दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नाबालिग लड़की की उम्र 16 साल

    पकड़े गए युवक की पहचान अंजारुल हक पिता वजीर खान ग्राम मुजरा थाना रामनगर और नाबालिग लड़की उम्र लगभग 16 वर्ष थाना मटियारिया पश्चिम चंपारण के रूप में की गई है।

    यह भी पढ़ें: लड़की के ससुराल से जब आया सांप काटने का फोन, तब मृतका के पिता ने पुलिस के सामने किया सनसनीखेज खुलासा

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक युवक नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर पड़ोसी देश नेपाल(Nepal Border) भगाकर ले जा रहा था। जिसे एसएसबी(SSB) ने शक के आधार पर पूछताछ के दौरान गिरफ्तार (Bihar Police) कर लिया।

    पुलिस ने केस दर्ज कर जांच की शुरू 

    लड़की की मां ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल के जवानों की तत्परता से मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद होने से बच गई। वाल्मीकिनगर थानाध्यक्ष (Bihar Police) विजय प्रसाद राय ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।

    पुलिस जांच के बाद ही मामले का खुलासा होगा। फिलहाल पुलिस ने कहा है कि उसने केस दर्ज कर लिया है और मामले में त्वरित कार्रवाई की जा रही है। 

    यह भी पढ़ें: पेंसिल से लिखा सुसाइड नोट, इसी में छिपा है गार्ड की मौत का राज; स्वजन से लेकर ग्रामीणों तक के ये सवाल