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    मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत बन रहे सड़क की गुणवत्ता पर हंगामा, आंदोलन की चेतावनी

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 03:34 PM (IST)

    हरनाटांड़-खजुरिया मार्ग पर सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है। मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत बन रही सड़क में अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि मानकों की अनदेखी हो रही है और कालीकरण की पतली परत बिछाई जा रही है।

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    सड़क निर्माण में अनियमितता पर ग्रामीणों ने जताया विरोध

    संवाद सूत्र, हरनाटांड़। हरनाटांड़ खजुरिया मुख्य पथ पानी टंकी से पुलहवा टोला छत्रौल जाने वाली सड़क पर निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है। ग्रामीणों ने एकजुट होकर संबंधित एसडीएम को पत्र सौंपने की बात कही। जिसमें सड़क निर्माण में अनियमितता और मानकों की अनदेखी की शिकायत की गई है।

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    गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (एनडीबी) के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा इस 450 मीटर लंबी कालीकरण सड़क का निर्माण 62 लाख 21 हजार 103 रुपये की लागत से कराया गया है। कार्य का निष्पादन राज कंस्ट्रक्शन के संवेदक राकेश कुमार द्वारा किया गया है।

    निर्माण कार्य के दौरान मानकों की अनदेखी

    विरोध जता रहे ग्रामीण शिव प्रसाद, जायसवाल, चंदन कुमार, जितेंद्र शर्मा, पवन यादव, प्रकाश महतो, ललित मोहन कुमार, रवि कुमार, रमेश महतो, धनराज काजी व शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य के दौरान मानकों की अनदेखी की गई है और कालीकरण की काफी पतली परत बिछाई गई है।

    उनका कहना है कि सड़क के निचले हिस्से पर पत्थर की परत भी सही तरीके से नहीं बिछाई गई और अधिकतर जगहों पर मिट्टी पर ही कालीकरण कर दी गई है। जबकि सड़क के किनारे पर मिट्टी भी भराई नहीं की गई है। जिसके कारण जगह-जगह से सड़क खराब होने लगी है।

    ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

    ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार इस कच्ची सड़क पर पक्की सड़क का निर्माण हो रहा है और अगर सही निर्माण नहीं हुआ तो सड़क जल्द टूटकर बर्बाद हो जाएगी। फिर सड़क बनने या ना बनने से क्या फायदा।

    उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि घटिया निर्माण को रद्द कर गुणवत्तापूर्ण सड़क का निर्माण नहीं कराया गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि क्षेत्र में टिकाऊ और मजबूत सड़क का निर्माण हो सके।