इंटर में अब एनआरबी व एमबी का पैटर्न खत्म
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर के पाठ्यक्रम और पैटर्न को बदल दिया है। यह बदलाव भाषा विषय के परीक्षा पैटर्न में किया गया है। इंटर कला विज्ञान और वाणिज्य संकाय में एनआरबी (अहिदी) 50 अंक और एमबी (हिदी) 50 अंक के पैटर्न को समाप्त कर दिया गया है। इसके बदले अब भाषा-1 और भाषा-2 की पढ़ाई होगी। दोनों विषय 100-100 अंकों के होंगे।
बेतिया। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर के पाठ्यक्रम और पैटर्न को बदल दिया है। यह बदलाव भाषा विषय के परीक्षा पैटर्न में किया गया है। इंटर कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय में एनआरबी (अहिदी) 50 अंक और एमबी (हिदी) 50 अंक के पैटर्न को समाप्त कर दिया गया है। इसके बदले अब भाषा-1 और भाषा-2 की पढ़ाई होगी। दोनों विषय 100-100 अंकों के होंगे। भाषा-1 में छात्र हिन्दी या अंग्रेजी रख पाएंगे। भाषा-2 में 12 अन्य भाषा मसलन हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, मैथिली, संस्कृत, प्राकृत, मगही, भोजपुरी, अरबी, परसियन, पाली एवं बांग्ला में से कोई एक विषय रख पाएंगे। लेकिन, इसमें यह शर्त है कि भाषा-1 में जो विषय छात्र लेंगे, उसे भाषा-2 में नहीं लेना है। यह पैटर्न इस सत्र से लागू हो गया है। नए पैटर्न के अनुसार से सभी कॉलेजों में नामांकन शुरू हो गया है। यह बदलाव सीबीएसई पैटर्न के तर्ज पर किया गया है। बदलाव छात्रों के हित में किया गया है। इससे विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इस बदलाव से विद्यार्थी अब बेहतर अंक प्राप्त करेंगे और उत्तीर्णता के प्रतिशत में बढ़ोतरी होगी। शुक्रवार को एमजेके, आरएलएसवाई सहित अन्य वित्तरहित कॉलेजों में नामांकन शुरू हो गया है। नामांकन को लेकर कॉलेज में छात्रों की भीड़ उमड़ी रही है।
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छह विषयों की होगी अब इंटर की परीक्षा
मौजूदा समय में इंटर की परीक्षा पांच विषयों की होती है। इसमें दो भाषा और तीन मुख्य विषय अनिवार्य है। लेकिन, बोर्ड ने अब अतिरिक्त विषय के तौर पर छठे विषय को लेना अनिवार्य कर दिया है। यह विषय भी सौ अंकों का होगा। इसमें छात्र भाषा के अलावा विषय रख पाएंगे। यानी अब इंटर की परीक्षा छह विषयों की होगी। अगर छात्र पांच मुख्य विषयों में से किसी एक में फेल हो जाते हैं, लेकिन छठे अतिरिक्त विषय में पास रहते हैं तो अतिरिक्त विषय को मुख्य फेल वाले एक विषय से परिवर्तित कर सकेंगे। लेकिन इसमें शर्त ये है कि दो मुख्य भाषा विषयों में से किसी एक में पास होना जरूरी है। एक ही भाषा विषय को छठे अतिरिक्त विषय से बदलने का विकल्प दिया जायेगा।
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गणित के छात्र भी पढ़ सकेंगे जीव विज्ञान
विज्ञान संकाय में गणित विषय के छात्र अब जीवविज्ञान अतिरिक्त विषय के तौर पर पढ़ पाएंगे। इतना ही नहीं छात्र अगर गणित में फेल हो जाते हैं और छठा विषय उनका जीवविज्ञान है तो वो उसे गणित विषय से परिवर्तित कर सकते हैं।
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इनसेट बयान
बोर्ड का गाइडलाइन मिला है। इस आलोक में नये पैटर्न के आधार पर ही इंटर में छात्रों का नामांकन लिया जा रहा है। बोर्ड के गाइडलाइन से सभी अधिकारियों व कर्मियों को अवगत करा दिया गया है।
डा. हरिनारायण ठाकुर
प्राचार्य
एमजेके कॉलेज, बेतिया
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