"जमीन रजिस्ट्री शुल्क दिसंबर में हो जाएगा ढाई से तीन गुना", जल्द निपटा लें खरीद-बिक्री का काम
Land Registry Fee Hike: आमलोगों के लिए बड़ी खबर है। चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही चीजें बदलने लगी हैं या बदलने वाली हैं। इसमें एक जमीन रजिस्ट्री शुल्क है। यदि सबकुछ इसी अनुरूप चलती रही तो दिसंबर में इसमें ढाई से तीन गुना की बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए जमीन खरीद या बिक्री की योजना बना रहे हैं तो जल्द कर लें। अन्य अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है।

नए एमवीआर तैयार करने के लिए विभागीय स्तर पर सर्वे शुरू कर दिया गया है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। land registration fee December: यदि आप हाल में जमीन खरीद या बिक्री की योजना बना रहे हैं या इसको लेकर बातचीत कर रहे हैं तो आपके जरूरी खबर है। दिसंबर से रजिस्ट्री शुल्क में ढाई से तीन गुना की बढ़ोतरी होने जा रही है। ऐसे में अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए शेष समय में इस कार्य को पूर्ण कर लें।
कुछ ही दिनों बाद जमीन जायदाद की रजिस्ट्री कराने वालों को अधिक खर्च करनी पड़ेगी। दिसंबर माह से जमीन रजिस्ट्री का शुल्क ढ़ाई से तीन गुणा ब़ढ़ सकता है। इसको लेकर प्रमंडलीय सहायक निबंधन महानिरीक्षक ने जिला अवर निबंधक को निर्देश दिया है।
दिए गए निर्देश में कहा गया है कि वर्तमान में मार्केट वैल्यू रेट(एमवीआर) यानी न्यूनतम मूल्यांकन दर (सर्किल रेट) का बड़े पैमाने पर पुनरीक्षण किए जाने की आवश्यकता है। यह पुनरीक्षण वास्तविक बाजार दर के हिसाब से किया जाएगा।
इसे ध्यान में रखते हुए कमिटी भी गठित कर दी गई है। कमिटी नवंबर माह के अंत तक सरकार को रिपोर्ट भेज देगी। ऐसे में संभावना जताया जा रहा है कि दिसंबह माह में रजिस्ट्री शुल्क में बढ़ोतरी होना लगभग तय माना जा रहा है।
जिससे जमीन की रजिस्ट्री महंगी होगी। ऐसा इसलिए कि एमवीआर मौजूदा बाजार भाव के करीब लाया जाएगा। जिन इलाकों में पुराना सर्किल रेट और वर्तमान बाजार दर में बहुत अंतर है, उन मौजों की सूची सबसे पहले तैयार की जाएगी। शहरी, पेरी-अर्बन (शहर के आसपास) और ग्रामीण सभी क्षेत्रों में नया एमवीआर लागू होगा।
30 से 100 फीसदी तक बढ़ सकती एमवीआर
जिले के वर्तमान में कई इलाकों में सर्किल रेट बाजार भाव से काफी कम है, जिसके कारण रजिस्ट्री पर स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस कम लगती है। जैसे ही नया एमवीआर लागू होगा, रजिस्ट्री का खर्च सीधे 30 से 100 प्रतिशत तक बढ़ सकता है, खासकर पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर जैसे शहरों और हाईवे से सटे इलाकों में।
निबंधन विभाग ने साफ कहा है कि यह काम “यथाशीघ्र” पूरा करना है और हर जिले को अपनी प्रगति की रिपोर्ट ऊपर भेजनी होगी। अगर आप अगले कुछ महीनों में जमीन-मकान की रजिस्ट्री कराने की सोच रहे हैं तो जल्दी करें, क्योंकि नए साल के बाद आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ना तय है।
इतना ही नहीं इसके बाद जमीन व मकान की कीमत में बढ़ोतरी होना स्वाभाविक ही माना जा रहा है। इसलिए बुद्धिमानी इसी बात में है कि शेष समय का सदुपयोग करते हुए खरीद-बिक्री का काम पूरा कर लिया जाए।
एमवीआर पुनरीक्षण कार्य के लिए कमिटी गठित कर दी गई है। माह के अंत तक रिपोर्ट विभाग को भेज दी जाएगी।
गिरीशचंद्र,जिला अवर निबंधक, जिला निबंधन कार्यालय बेतिया

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