केंद्रीय मंत्री का दावा, लालू ने सत्ता में केवल अपनी पत्नी को दी जगह, सीएम नीतीश पूरे राज्य की महिलाओं को आगे बढ़ा रहे
केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि मोदी और नीतीश सरकार में महिलाओं को सुरक्षा मिली है जिससे वे आत्मनिर्भर बन रही हैं। महिलाओं को 50% आरक्षण मिला है जिससे उनकी भागीदारी बढ़ी है। उन्होंने राजद पर महिलाओं के अपमान का आरोप लगाया और कहा कि लालू यादव ने अपनी पत्नी को भी आत्मनिर्भर नहीं बनने दिया। सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम कर रही है।

जागरण संवाददाता, नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण)। केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चन्द्र दुबे ने नरकटियागंज में मीडिया से संवाद और जीविका दीदियों के सम्मान कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान मिला है।
जिसके कारण वे आत्मनिर्भर होकर बिहार को सशक्त बना रही हैं। लेकिन लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में महिलाएं घर से निकलने में डरतीं थीं। महिलाओं के विकास और उन्हें सशक्त बनाने के लिए उनकी सरकार के पास कोई एजेंडा नहीं था। यहां तक कि उन्होंने सिर्फ अपनी पत्नी को सत्ता में जगह दी।
लेकिन उन्हें भी आत्मनिर्भर नहीं बनने दिया। बिहार में एनडीए की सरकार बनी उसके बाद महिलाओं का हर क्षेत्र में विकास शुरू हुआ। मंत्री ने कहा कि बिहार देश का पहला राज्य है जिसने पंचायत व शहरी निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया।
2005 से पहले कामकाजी महिलाओं की भागीदारी 13.8 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 31 प्रतिशत से अधिक हो गई है। मंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस ने हमेशा महिलाओं का अपमान किया है।
आरोप लगाया कि राजद के शासन में बहन-बेटियां घर से निकलने से डरती थीं और बेटियों के सपनों को रौंदा गया। शिल्पी जैन कांड और कई अन्य घटनाएं उस दौर के काले सच की गवाह हैं।
मंत्री ने कहा कि आज महिलाएं पुलिस की वर्दी पहनकर न केवल सुरक्षा प्रदान कर रही हैं बल्कि कानून-व्यवस्था की बागडोर भी संभाल रही हैं। मौके पर भाजपा नेता मदन मोहन मिश्रा उर्फ राजन मिश्र, सभापति रीना देवी आदि मौजूद रहे।
मंत्री ने जीविका दीदियों को सम्मानित
केंद्रीय कोयला व खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने जीविका दीदियों को सम्मानित किया। पहली किस्त प्राप्त करने वाली कई जीविका दीदियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
कहा कि राज्य की हर परिवार की एक महिला को इस योजना का सीधा लाभ मिलेगा। बिहार की 75 लाख बहनों के बैंक खातों में सीधे 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी गई है। उन्होंने कहा कि मां-बहनें इस धनराशि का सदुपयोग कर आत्मनिर्भर और सशक्त बनेंगी।
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