Bihar News: बिहार में अचानक क्लास में बेहोश होकर गिरने लगे बच्चे, मचा हड़कंप
बिहार के योगापट्टी में एक स्कूल के नौ बच्चे खाली पेट कच्चा आम और लीची खाने से बीमार हो गए। बच्चों को पेट दर्द की शिकायत हुई और वे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां दो घंटे के उपचार के बाद वे ठीक हो गए। डॉक्टरों ने गर्मी में बच्चों को खाली पेट स्कूल न भेजने की सलाह दी है।

संवाद सूत्र, शनिचरी। योगापट्टी प्रखंड क्षेत्र के बरवा ओझा गांव में संचालित रेडिएनट पब्लिक स्कूल में मंगलवार की सुबह 10:30 बजे के आसपास नौ बच्चों की अचानक तबीयत खराब हो गई।
एक-एक कर सभी बच्चे पेट दर्द की वजह से बेहोश होकर क्लास में गिर गए। विद्यालय के प्रिंसिपल नीतीश कुमार पटेल व शिक्षकों ने बच्चों के परिजनों को सूचना दी और आनन-फानन में सभी बच्चों को इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र योगापट्टी ले गए।
जहां, डॉ. शाहिद एकबाल ने बच्चों का उपचार किया। चिकित्सक ने बताया कि करिश्मा कुमारी, अफसाना खातून, आदित्य कुमार, अनन्या कुमारी, इमरान अंसारी, आशीष कुमार, दीनबंधू कुमार, कुसुमतारा खातून एवं फलक खातून को बेहोशी की हालत में अस्पताल में लाया गया था।
सभी कक्षा एक के छात्र हैं। बच्चों ने पेट दर्द की शिकायत की थी। करीब दो घंटे के उपचार के बाद सभी बच्चे स्वस्थ हो गए। उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी गई है। संभवत: बच्चे खाली पेट स्कूल आए थे।
गर्मी के कारण गैस की वजह से पेट दर्द होने लगा और बेहोशी की हालत में पहुंच गए थे। उधर, स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चों के बीमार होने के बाद वर्ग कक्ष में कच्चा आम का छिलका और लीची का छिलका मिला है।
संभव है कि खाली पेट बच्चों ने कच्चा आम और लीची खा लिया था, इस वजह से सभी को पेट में दर्द होने लगा। मामले में शनिचारी के थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी ने बताया कि बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना मिली थी। पुलिस भी स्कूल में गई थी। अभी सभी बच्चे स्वस्थ हो गए हैं।
गर्मी के मौसम में बच्चों को खाली पेट नहीं भेजें स्कूल
चिकित्सक डॉ. अमिताभ चौधरी का कहना है कि अभिभावकों को गर्मी के मौसम में बच्चों की देखभाल के प्रति अधिक सतर्क रहना चाहिए। उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाएं और तरल पदार्थ जैसे जूस, नारियल पानी आदि का सेवन कराएं।
बच्चों को हल्के, ढीले सूती कपड़े पहनाएं और धूप से बचाने के लिए टोपी, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का प्रयोग करें। गर्मी में घर को ठंडा बनाए रखने के लिए एयर कंडीशनर या पंखा का उपयोग करें और बच्चों को बासी या खुले में रखा हुआ खाना नहीं खिलाएं।
गर्मी के मौसम में बच्चों को टाइफाइड, डायरिया और उल्टी जैसे रोगों से बचाने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें। बच्चों को खाली पेट स्कूल नहीं भेजें। आम और लीची का सीजन है, इस मौसम में बच्चों को आम और लीची खिलाने में भी सतर्कता की जरुरत है।
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