घाटों पर दिखा आस्था और चुनावी जोश का अनोखा संगम, कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ी भक्तों की भीड़
बेतिया में कार्तिक पूर्णिमा पर आस्था और चुनावी चर्चा का संगम दिखा। श्रद्धालुओं ने नदियों में स्नान कर पूजा-अर्चना की और भगवान विष्णु से प्रार्थना की। घाटों पर चुनावी माहौल भी देखने को मिला, जहाँ लोग जीत-हार की चर्चा करते रहे। लोगों में उत्सुकता थी कि इस बार किसकी नैया पार लगेगी। बाजारों में भी रौनक रही और दान-पुण्य किया गया।

घाटों पर दिखा आस्था और चुनावी जोश का अनोखा संगम
मनोज मिश्र, बेतिया। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को जिले के विभिन्न घाटों पर आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम दिखा। सुबह से ही श्रद्धालु गंडक, सिकरहना (बूढ़ी गंडक), त्रिवेणी आदि नदी के घाटों पर जुटने लगे। लोगों ने पवित्र स्नान कर सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और भगवान विष्णु की पूजा कर लोक कल्याण की कामना की। स्नान और पूजा-अर्चना के इस पावन अवसर पर वातावरण पूरी तरह धार्मिक रहा, लेकिन घाटों पर सियासत का ताना-बाना भी बूनी जाती रही। लोगों में चुनावी चर्चा भी जोरों पर होती रही।
श्रद्धा और राजनीति का यह संगम दिलचस्पी का केंद्र बना रहा। चनपटिया प्रखंड के सिकरहना नदी के घाट पर हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे। महिलाएं परंपरागत परिधान में कलश और दीप लिए घाटों पर पूजा-अर्चना करती दिखीं। पुरुषों ने स्नान के बाद एक-दूसरे को कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं दीं। इसी बीच कई समूहों में चुनावी माहौल को लेकर चर्चा होती रही।
घाट पर भी चुनावी जोश देखने को मिल रहा
लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता थी कि आखिर इस बार किसकी नैया पार लगेगी। कौन प्रत्याशी जीत की डुबकी लगाएगा और किसे हार का गोता लगाना पड़ेगा? नदी के घाटों भर भी सुबह से दोपहर तक जीत हार की चर्चा होती रही।
कार्तिक पूर्णिमा पर सिकरहना नदी में स्नान करने आए श्रद्धालु अंकित तिवारी ने मुस्कराते हुए कहा कार्तिक स्नान तो हर साल करते हैं, पर इस बार घाट पर भी चुनावी जोश देखने को मिल रहा है। लोग पूजा के बाद भी पूछ रहे हैं कि किस ओर हवा है।
वहीं सीता देवी ने कहा हम तो भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि जो जनता के लिए अच्छा करे, वही जीते। तभी शकुंतला देवी बोल पड़ी ईश्वर सब देख रहे हैं। सच्चाई की ही जीत होगी। सरकार वही बनाएगा जिसके मन में समाज कल्याण की भावना हो। बेतिया, चनपटिया, नरकटियागंज, सिकटा, नौतन, रामनगर क्षेत्र के घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कई जगह प्रशासन ने सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम किए थे। घाटों पर एनडीआरएफ की टीम और गोताखोर तैनात रहे।
भीड़ से गुलजार रहे घाट, स्नान के बाद किया पूजा पाठ
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शहर और ग्रामीण बाजारों में भी रौनक रही। फूल, दीपक, प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानों पर खरीदारी करने वालों की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद दान-पुण्य भी किया। हालांकि इस दौरान घाटों पर भी चुनावी तपिश दिखी।
जहां एक ओर आस्था की लहरें उमड़ी, वहीं चुनावी चर्चा की धारा भी बहती रही। लोग कहते नजर आए- नदी में डुबकी पाप धो देती है, पर इस बार जनता की डुबकी किसे पवित्र करेगी, यह परिणाम आने पर ही तय होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।