भाभी पर खराब हुई देवर की नीयत, कमरे में बुलाया और बंद किया दरवाजा तो मच गया बवाल
बिहार के पश्चिम चंपारण जिले से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल भाभी पर एक देवर की नीयत खराब हो गई। बताया जा रहा है कि महिला का पति विदेश में रहता है। देवर इस बात का फायदा उठाकर पहले किसी बहाने से कमरे में बुलाया फिर मौका देखते ही दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। इस घटना के बाद घर में बवाल मच गया।
जागरण संवाददाता, नरकटियागंज। शिकारपुर थाने के एक गांव में देवर ने अपनी भाभी से दुष्कर्म का प्रयास किया है। हालांकि, महिला ने किसी तरह उसके चंगुल से भागकर अपनी आबरू बचा ली है। मामले में महिला ने शिकारपुर थाने में आवेदन दी है।
इसमें महिला ने बताया है कि उसका पति विदेश में काम करता है। वह अपनी एक छोटी बच्ची के साथ घर में रहती हैं। उसका शादी शुदा देवर भी घर पर ही रहता है। इस बीच, देवर की पत्नी मायके गई हुई है। जिसका फायदा उठाकर वह बराबर छेड़छाड़ करता रहता है।
उसने पुलिस को बताया कि देवर की छेड़खानी को वह मजाक समझ रही थी, लेकिन रात में अचानक उसका देवर उसे बच्ची के लिए मिठाई देने के बहाने बुलाया।
उसने बताया कि जब वह कमरे में गई तो देवर ने तुरंत दरवाजा बंद कर उससे दुष्कर्म का प्रयास करने लगा। किसी तरह वह भागकर अपनी आबरू बचा ली। थानाध्यक्ष अवनीश कुमार ने बताया कि आवेदन मिला है। जांच की जा रही है।
दुष्कर्म में विफल होने पर गला रेतने के मामले में आरोपित को आजीवन कारावास
दुष्कर्म में विफल होने पर हत्या की नीयत से चाकू से गला रेत देने के एक मामले में अपर जिला सत्र न्यायाधीश द्वितीय सह खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम के विशेष न्यायाधीश विकास सिंह ने कांड के नामजद अभियुक्त पूर्वी चंपारण की रमगढ़वा थाना स्थित रघुनाथपुर गांव निवासी अमित पंड़ित उर्फ अमित कुमार पंड़ित को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ-साथ 25 हजार जुर्माना भी देने का आदेश दिया है।
अपर लोक अभियोजक शीला मिश्रा ने बताया है कि कांड का सूचक चनपटिया थाना के एक गांव का निवासी है। सजायफ्ता उसका संबंधी है। बीते 22 जनवरी 2022 को सजायफ्ता पीड़िता के घर आया था। देर रात वह चुपके से सूचक की बेटी के रूमें में घुस गया और उसके साथ दुराचार का प्रयास करने लगा।
पीड़िता के विरोध करने पर चाकू से गला रेत दिया। पीडिता के चिल्लाने पर स्वजन पहुंचे तो आरोपित भाग गया। पीड़िता को परिजन अस्पताल लेकर गए। गंभीर स्थिति होने पर चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया।
काफी दिनों तक पीड़िता का उपचार मोतिहारी में एक अस्पताल में चला। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायाधीश ने यह फैसला सुनाया है।
यह भी पढ़ें-