4 दर्जन घर, 1200 एकड़ फसल के बाद अब सड़क भी निगल रही गंडक नदी, गांव छोड़ने को मजबूर लोग
मधुबनी में गंडक नदी के कटाव से नरहवा घोड़हवा में तबाही मची है। दर्जनों घर नदी में विलीन हो गए हैं जिससे ग्रामीण बेघर होकर पलायन कर रहे हैं। कृषि भूमि और सड़कें भी प्रभावित हुई हैं। बचाव कार्य जारी है लेकिन नदी का उग्र रूप बरकरार है। पीड़ितों को प्रशासनिक सहायता के रूप में प्लास्टिक शीट वितरित की गई है।

संवाद सूत्र, मधुबनी। गंडक नदी गंडक पार के लोगों के लिए अभिशाप बनती जा रही है । पहले कृषि योग्य भूमि फिर लोगों के घर, लेकिन अब तो सड़क संपर्क ही नदी में विलीन हो गया । जगह - जगह नदी गांव के मुख्य पथ को ही काट रही । जिससे आवागमन करने में परेशानी उठानी पड़ेगी ।
मधुबनी प्रखंड के सिसई पंचायत के नरहवा घोड़हवा टोला में नदी की तेज धारा के आगे बचाव कार्य का भी कोई प्रभाव नहीं है । कटाव को रोकने के लिए बचाव कार्य कराया जा रहा है, लेकिन नदी की उग्र रूप के आगे सब कुछ गौण हो जा रहा ।
पंचायत के मुखिया कृष्ण यादव ने बताया कि अब तक लगभग चार दर्जन लोगों के घर नदी में विलीन हो चुके हैं। नैनहा ढाला से सिसई जाने वाली मुख्य सड़क नरहवा में गंडक नदी ने काट लिया है। मुखिया ने बताया कि अबतक ग्रामीणों के 1200 एकड़ से भी अधिक धान और गन्ने की फसल नदी में विलीन हो चुकी है। सब कुछ नदी निगल रही है । प्रतिदिन नदी की धारा लोगों के घरों की ओर बढ़ रही ।
ग्रामीण पतरू यादव, रविंद्र यादव,राधेश्याम यादव, सत्येंद्र यादव, रामचंद्र यादव, संतोष यादव, सुखल यादव, किशोर यादव सहित चार दर्जन लोगों के घर नदी ने कटान कर ली । इन ग्रामीणों को अपने आशियाने से बेघर कर दिया है ।
मुखिया ने बताया कि ग्रामीण ट्रैक्टर- ट्राली पर अपने सामान लाद कर ऊंचे स्थान के तरफ पलायन कर रहे हैं। कुछ लोग अन्यत्र जाकर अपना ठिकाना बनाने में लगे हैं कि कम से कम गंडक नदी से इंसानी जानों को खतरा न हो ।
पंचायत के वार्ड नंबर दो का यह हाल
सिसई पंचायत का नरहवा घोड़हवा वार्ड नंबर दो के अंतर्गत आता है । यहां लगभग 1000 की आबादी थी। जो अब नहीं है । यहां से अधिकांश लोग दूसरे स्थान की ओर निकल गए हैं । इस टोला में करीब 150 लोगों के घर थे। जिसमें आधा से ज्यादा घरों को नदी निगल चुकी है । कुछ ग्रामीणों ने अपने ही हाथों अपना आशियाना उजाड़ कर अन्यत्र लेते गए हैं ।
कुछ न बचा, न सपने न भूमि
अब तो यहां कुछ बचा ही नहीं तो ग्रामीण भला क्या करें । उम्मीदों की फसल तो नदी अपने में समाहित कर ली बचा सिर छुपाने का छत तो वह भी धीरे -धीरे नदी काटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही । न तो अपने अरमान ही बचे हैं और न ही पुश्तैनी कुछ ।
ग्रामीण अपना सब कुछ गवां बैठे । सब कुछ अब भगवान भरोसे । अब जो बचा भी है उसे गाड़ियों व टायर पर लादकर किसी दूसरे ऊंचे स्थान पर अपनी झोपड़ी संवारने की जुगत में हैं। जबकि अभी बारिश नहीं हो रही । गंडक नदी के जलस्तर में उतार - चढ़ाव जारी है । ऐसा लग रहा है कि नदी की धारा एकदम से नरहवा घोड़हवा को निगल लेने पर ही आमदा है ।
प्रशासनिक स्तर पर प्लास्टिक का वितरण
अंचल कार्यालय मधुबनी के द्वारा सिसई पंचायत के नरहवा घोड़हवा के कटाव पीड़ितों के बीच 50 प्लास्टिक शीट का वितरण किया गया। अंचलाधिकारी नंदलाल राम ने बताया कि सत्येंद्र यादव, ओम प्रकाश यादव, उपेंद्र यादव ,संतोष यादव, गीता देवी, राहुल यादव सहित 50 कटाव पीड़ितों के बीच प्लास्टिक शीट का वितरण किया गया है।
सिसई पंचायत के नरहवा में गंडक नदी कटाव कर रही है। गांव का मुख्य सड़क भी नदी की जद में आ चुका हैं। जबकि बाढ़ कंट्रोल डिवीजन बगहा के द्वारा बचाव कार्य किया जा रहा है।- कुंदन कुमार, बीडीओ, मधुबनी ।
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