रामनगर में धान रोपने गए बुजर्ग की बाघ के हमले से मौत, VTR की खुली सीमा के कारण आए दिन होते हैं हादसे
पश्चिमी चंपारण के रामनगर में वीटीआर की खुली सीमा के चलते जंगली जानवरों का खतरा बढ़ गया है। सोमवार सुबह खेत में काम कर रहे मथुरा महतो पर बाघ ने हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। इस घटना से गांव में शोक की लहर है। मृतक के परिवार को सांत्वना देने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई है।

संवाद सूत्र, रामनगर। वीटीआर की खुली सीमा के कारण आए दिन किसानों पर जंगली जानवरों का हमला होता है। पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है, जिसमें लोगों की जान गई है और कई लोग जख्मी हुए हैं। सोमवार की सुबह जंगल के नजदीक अपने खेत में धान की सोहनी करने गए किसान मथुरा महतो को नहीं पता था कि उनके बगल में ही उनकी मौत बैठी हुई है।
गन्ने के खेत में काल के रूप में छिपे बाघ ने उनपर हमला कर दिया। वृद्ध उसका मुकाबला नहीं कर सके, जिससे उनकी मौत हो गई। इधर मौत की खबर से गांव में मातम का माहौल है। बुजुर्ग के बड़े भाई हरि महतो का कहना है कि गांव में सभी उन्हें पसंद करते थे, उनका अच्छा स्वभाव था। वह बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं में लोकप्रिय थे।
गांव में बाघ के हमले से लोग भयभीत हैं। मृतक के घर पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है, जो परिवार वालों को सांत्वना दे रहे थे। मथुरा महतो को दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा नरेंद्र महतो, जो वार्ड नंबर छह के वार्ड सदस्य भी है। गोर्वधना थाना क्षेत्र का खैरहनी गांव मनचंगवा पंचायत में आता है।
छोटे दूसरे पुत्र घनश्याम महतो हैं। दोनों का परिवार है। बहू जैनी देवी ने बताया कि खाना खाकर खेत की तरफ जाने की बात कह कर घर से निकले थे। जिसके बाद बाघ के हमले में मौत की खबर मिली। पंचायत के मुखिया रमेश चौधरी ने कहा कि गांव के सभ्य, समझदार बुजुर्ग को हमने खो दिया।
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