प्रकाशोत्सव पर गुरुद्वारा में हुआ अखण्ड पाठ
बेतिया। गुरुनानक देव महाराज के 551 वें प्रकाशोत्सव को लेकर नगर के तीन लालटेन चौक स्थित गुरु
बेतिया। गुरुनानक देव महाराज के 551 वें प्रकाशोत्सव को लेकर नगर के तीन लालटेन चौक स्थित गुरुद्वारे में विशेष तैयारी की गई है। आलम यह हैं कि इसकी अलौकिक छंटा देखते ही बन रही है। प्रकाशोत्सव मनाने का सिलसिला 29 नवंबर से शुरू हुआ। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गुरुद्वारा को पूरी तरह फूलों व रंगीन वल्बों से सजाया गया। रंग-बिरंगे रोशनी से अछ्वूत छंटा बिखेर रही है। अखण्ड पाठ के साथ संध्याकालीन व प्रात:कालीन भजन कीर्तन से गुरुद्वारे के आसपास पूरी तरह भक्तिमय माहौल रहा। वहीं कोविड-19 को लेकर प्रकाश उत्सव के एक दिन पूर्व निकलने वाली शोभा यात्रा को नहीं निकाली गई। लेकिन गुरुवारे में पारंपरिक तरीके से सभी कार्यक्रम को किया गया। वहीं अखंड पाठ के साथ-साथ लंमहाप्रसाद ग्रहण करने और कराने में लोगों ने गहरी रूचि दिखाई। मौके पर उत्साही श्रद्धालुओं ने धर्म की जयघोष की तथा वाहे गुरु का खालसा, वाहे गुरुजी का फतेह के जयकारें लगे। उत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को शुभकांमनाएं दी। इनसेट गुरुनानक देव जी महाराज के तीन उपदेश महत्वपूर्ण गुरूद्वारे के मुख्य ग्रंथी भाई करमजीत सिंह ने कहा कि गुरुनानक देव जी महाराज जी का तीन उपदेश सबसे महत्वपूर्ण है। महाराज जी ने कर्म करने और नाम जपने पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि गुरुनानक देव महाराज गरीबों के लिए काम करने, समाज की सेवा करने, भाईचारा कायम करने, मेहनत मजदूरी से रोटी कमाने की बात कही है। मानव जाति को उनके उपदेशों पर अमल करना चाहिए। प्रबंध कमेटी के सचिव सरदार परमजीत सिंह ने बताया कि प्रकाश उत्सव को लेकर गुरुद्वारे में अखंड पाठ चल रहा है। प्रकाश उत्सव में हिदू समुदाय के लोगों ने भी भाग लिया।