बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में दवाओं की भारी कमी, निजी दुकानों के चक्कर लगाने को मजबूर मरीज
बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में ठंड बढ़ने से मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन दवाओं की भारी कमी है। रैबीज इंजेक्शन की अनुपलब्धता से मरीजों को निजी दुकानों से महंगे इंजेक्शन खरीदने पड़ रहे हैं। अस्पताल में सामान्य बीमारियों की दवाओं की भी कमी है, जिससे इलाज में बाधा आ रही है। अस्पताल प्रशासन ने जल्द ही दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है।

बगहा अनुमंडलीय अस्पताल
संवाद सहयोगी, बगहा। ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ ही अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन बढ़ती भीड़ के बीच अस्पताल में कई जरूरी दवाओं का अभाव गंभीर समस्या बन गया है।
मरीजों को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों और बाहर की दवा दुकानों पर निर्भर होना पड़ रहा है। सबसे चिंताजनक स्थिति रैबीज इंजेक्शन की है, जो पिछले एक सप्ताह से अस्पताल में उपलब्ध नहीं है।
कुत्तों में बढ़ोतरी, काटने की घटनाएं बढ़ीं
नगर और आसपास के गांवों में आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसकी रोकथाम के लिए संबंधित विभागों द्वारा कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कुत्तों की संख्या बढ़ने से काटने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, लेकिन अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन न होने से लोगों को निजी दुकानों से 400 से 500 रुपये में इंजेक्शन खरीदने की मजबूरी है। प्रतिदिन कई लोग इंजेक्शन की तलाश में अस्पताल पहुंचते हैं और निराश लौट जाते हैं।
99 दवाओं की जगह महज 180 दवाएं उपलब्ध
दवा की उपलब्धता की पड़ताल में यह भी सामने आया है कि अस्पताल में गैस, दर्द और अन्य सामान्य बीमारियों की दवाएं भी समाप्त हैं। ओपीडी में 199 दवाओं की जगह महज 180 दवाएं उपलब्ध हैं। इसी तरह आपातकालीन विभाग में 94 दवाओं के बजाय केवल 85 दवाएं ही बची हैं। इससे गंभीर मरीजों के इलाज में भी बाधा उत्पन्न हो रही है।
दवाओं की आपूर्ति में देरी से बढ़ी परेशानी
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि रेबीज इंजेक्शन की कमी केवल स्थानीय नहीं, बल्कि जिला स्तर पर भी है। अस्पतालों को दवाओं की आपूर्ति बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा की जाती है। इसके लिए अस्पताल डिमांड भेजते हैं, लेकिन समय पर आपूर्ति न होने के कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ठंड के बीच मरीजों की बढ़ती संख्या और दवाओं की कमी मिलकर स्वास्थ्य व्यवस्था के सामने गंभीर चुनौती खड़ी कर रहे हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि मरीजों को राहत मिल सके।
कुछ दवाओं की कमी है, जिसके लिए डिमांड भेज दी गई है। रैबीज इंजेक्शन फिलहाल जिला में उपलब्ध नहीं है, लेकिन जल्द ही इंजेक्शन सहित सभी आवश्यक दवाएं अस्पताल में उपलब्ध करा दी जाएंगी।- डॉ. एसपी. अग्रवाल, प्रभारी उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल, बगहा

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।