लिफ्ट बंद देख डीआरएम का पारा HIGH, सेक्शन इंजीनियर को सुनाई खरी-खोटी
स्टेशन पर लिफ्ट बंद मिलने से डीआरएम नाराज हो गए। उन्होंने तुरंत सेक्शन इंजीनियर को फटकार लगाई और लिफ्ट चालू करने का आदेश दिया। डीआरएम के अचानक निरीक्षण से स्टेशन पर हड़कंप मच गया और कर्मचारी इधर-उधर भागने लगे। उन्होंने लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी।

स्टेशन अधीक्षक को निर्देश देते डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा व अन्य। जागरण
संवाद सूत्र, बेतिया ( पश्चिम चंपारण ) । सुगौली-नरकटियागंज रेलखंड के बेतिया रेलवे स्टेशन पर रविवार की दोपहर निरीक्षण को पहुंचे। समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा के आगमन से रेल कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। डीआरएम दोपहर करीब 1:30 बजे विशेष ट्रेन से स्टेशन पहुंचे। डीआरएम ने करीब आधे घंटे तक स्टेशन के विभिन्न हिस्सों का बारीकी से निरीक्षण किया।
इस दौरान उन्होंने प्लेटफार्म नंबर 01 और 03 पर बने लिफ्ट, प्लेटफार्म पर लगे टाइल्स, स्टेशन परिसर के सर्कुलेटिंग एरिया तथा स्वच्छता व्यवस्था का जायजा लिया। प्लेटफार्म नंबर एक पर लिफ्ट बंद पाए जाने पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर सुजीत कुमार को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने पूछा कि लिफ्ट की नियमित रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेजी जाती है या नहीं। जवाब से असंतुष्ट होकर डीआरएम ने चेतावनी दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा प्लेटफार्म के किनारे टाइल्स के उखड़ने और घीस जाने की स्थिति पर भी उन्होंने नाराजगी जताई।
डीआरएम ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि प्लेटफार्म की टाइल्स और सतह की मरम्मत कार्य एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाए, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान स्टेशन अधीक्षक लालबाबू राउत, सीएस देवेंद्रनाथ त्रिपाठी, सिंगनल निरीक्षक अनिल कुमार, वाणिज्य अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, कंट्रोल स्टेशन मास्टर पिंटू कुमार, मुकेश कुमार, कर्ण कुमार, सफाई निरीक्षक संजय कुमार सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे।
जलजमाव की समस्या के समाधान का दिया निर्देश
निरीक्षण के बाद डीआरएम स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में पहुंचे, जहां बारिश का पानी जमा था। उन्होंने वहां की स्थिति पर असंतोष प्रकट करते हुए आईओडब्ल्यू मंजीत कुमार से पूछा कि जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सर्कुलेटिंग एरिया का विकास कार्य प्राथमिकता से पूरा किया जाए और पानी की निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पाया कि सर्कुलेटिंग एरिया में निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं किया गया है। इस पर उन्होंने अधीनस्थ कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया। साथ ही स्टेशन के मुख्य द्वार पर लगे फ्लेक्स बोर्ड की अव्यवस्थित स्थिति पर डीसीआई को फटकार लगाई और इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को देने को कहा।
साफ-सफाई और सुरक्षा-सुविधा व्यवस्था में ढिलाई बर्दाश्त नहीं
डीआरएम ने स्टेशन प्रबंधक को सभी अधूरे कार्यों को एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्टेशन यात्रियों के लिए एक प्रमुख केंद्र है, इसलिए यहां की साफ-सफाई, सुरक्षा और सुविधा व्यवस्था में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नियमित मानीटरिंग और समय-समय पर समीक्षा से ही व्यवस्था को बेहतर किया जा सकता है। डीआरएम के निरीक्षण के बाद रेलवे कर्मियों में हड़कंप की स्थिति रही। सभी विभागीय कर्मियों को निर्देश दिया गया कि स्टेशन की सभी कमियों को शीघ्र दूर कर रिपोर्ट रेल मंडल मुख्यालय को भेजी जाए।
एसएस को बेहतर कार्य के लिया मिला सम्मान
डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा ने निरीक्षण के दौरान रेलवे अधिकारियों एवं कर्मियों को हौसला अफजाई किया और कहा कि विगत 04 अक्टूबर से 06 अक्टूबर तक भारी वर्षा के कारण रेलवे ट्रैक पर दो फीट पानी लगा हुआ था। जिसमें रेलवे अधिकारियों एवं कर्मियों के बदौलत सफलता पूर्वक ट्रेनों का परिचालन किया गया। ऐसे में सभी रेल कर्मियों को संरक्षित परिचालन के लिए प्रसस्ति पत्र देने का निर्देश दिया। एसएस लालबाबू राउत ने बताया कि 96 घंटे के कठिन परिश्रम के कारण यह सम्मान मिला है।
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