Bihar Education News बिहार के सरकारी स्कूलों में अब छात्रों की बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी। शिक्षा विभाग सभी प्रखंडों में आवासीय करियर सेंटर खोलेगा जहाँ सरकारी शिक्षक छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे। छात्रों में सृजनात्मक लेखन कौशल विकसित करने के लिए मासिक पत्रिका का प्रकाशन भी किया जाएगा। कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
संवाद सहयोगी, बेतिया। सभी सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की अब बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस नई व्यवस्था से स्कूली छात्र-छात्राओं की कक्षा में उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी। जबकि शिक्षक शिक्षिकाओं की पहले से बायोमेट्रिक ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से लगाई जा रही है।
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इसके साथ ही अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी प्रखंडों में छात्र-छात्राओं के लिए आवासीय करियर सेंटर भी बहुत जल्द खोले जाने की जानकारी दी है। उनमें सरकारी स्कूलों के शिक्षक छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे।
इसी तरह सृजनात्मक लेखन कौशल विकसित करने के लिए सरकारी विद्यालयों में पहली से पांचवीं, छठी से आठवीं एवं नौवीं से 11वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए मासिक पत्रिका का प्रकाशन होगा।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इसकी जानकारी शिक्षा की बात लाइव कार्यक्रम के माध्यम से दी है।
वे शिक्षा की बात हर शनिवार वाले अपने लाइव कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक शिक्षिकाओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए इसकी जानकारी दी है।
निजी कोचिंग संस्थानों में पढ़ाते दिखे सरकारी शिक्षक, तो होगी कार्रवाई
अपर मुख्य सचिव डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि राज्य में ऐसा कोई सरकारी विद्यालय नहीं होगा, जहां उसमें पढ़ाए जाने वाले हर विषय और भाषा के शिक्षक नहीं होंगे।
अगर किसी विद्यालय में किसी विषय के शिक्षक, नहीं होंगे, तो वहां उस विषय को पढ़ाने के लिए पड़ोस के विद्यालय के शिक्षक जाएंगे। अगर सरकारी शिक्षक कोचिंग में पढ़ाते दिखे, तो उन पर कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि पहली से पांचवीं, छठी से आठवीं एवं नौवीं से बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए प्रकाशित की जाने वाली मासिक पत्रिका, नियमित रूप से हर माह प्रत्येक विद्यालय की लाइब्रेरी में रहेगी।
उसे छात्र-छात्रा तो पढ़ेंगे ही, शिक्षक भी उसे पढ़ कर छात्र-छात्राओं को प्रेरित करेंगे। 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए प्रकाशित होने वाली पत्रिका में छात्र-छात्राओं के लिए करियर गाइडेंस भी होगा।
अपर मुख्य सचिव ने लाइव कार्यक्रम में कहा है कि नवाचार और आविष्कार में रुचि रखने वाले छात्र छात्राओं की हर संभव मदद की जाएगी। बच्चों को शिक्षक मानचित्र भी पढ़ाएंगे। इसके लिए हर स्कूल के एटलस उपलब्ध कराए जाएंगे।
पंजीकरण से लेकर सेंटअप परीक्षा तक का होगा कैलेंडर
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षा विभाग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति एक साथ बैठ कर पंजीकरण से लेकर सेंटअप परीक्षा तक कैलेंडर बनाएगा।
कैलेंडर ऐसा होगा कि विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान नहीं हो। जिला के स्कूली शिक्षा में स्थापित प्रतिनिधि प्राध्यापकगण ने अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ की उपरोक्त नई और उपयोगी पहल का पुरजोर स्वागत किया है।
बैरिया अंचल में भितहा प्लस टू स्कूल के प्राचार्य डॉ. दिवाकर राय ने कहा कि शिक्षा विभाग में निरंतर जारी सुधार और सकारात्मक बदलाव की प्रत्येक पहल का स्वागत होना चाहिए।
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