बिना दीवार का स्कूल बना नशेड़ियों का अड्डा, दो बार नाम कटे; फिर भी नहीं सुधरे गुंडे छात्र
बगहा के पिपरासी शास्त्री नगर स्थित एक स्कूल में कक्षा आठवीं के छात्रों के बीच वर्चस्व को लेकर मारपीट हो गई, जिससे स्कूल परिसर रणक्षेत्र बन गया। पुलिस ...और पढ़ें

स्कूल बना नशेड़ियों का अड्डा
संवाद सूत्र, बगहा। बुनियादी विद्यालय पिपरासी शास्त्री नगर में शुक्रवार को आठवीं कक्षा के छात्रों के बीच आपसी वर्चस्व को लेकर मारपीट हो गई। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि स्कूल परिसर रणक्षेत्र बन गया।
घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रबंधन और आसपास के लोगों ने 112 पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने छात्रों को समझाकर शांत कराया और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने के लिए उनसे बॉन्ड भरवाया।
कठोर कार्रवाई करते हुए नामांकन रद
प्रधानाध्यापक सुमित कुमार ने बताया कि मारपीट में शामिल छात्रों का व्यवहार पहले से भी अनुशासनहीन रहा है। पूर्व में भी ये छात्र स्कूल में मारपीट कर चुके थे, जिस पर स्कूल प्रबंधन ने कठोर कार्रवाई करते हुए उनके नामांकन रद कर दिए थे।
हालांकि बाद में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी फुदन राम के अनुशंसा पर इनका नामांकन पुनः बहाल किया गया। नामांकन बहाली के बाद भी शुक्रवार को छात्रों ने फिर वही हरकत दोहराई, जिससे स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्कूल प्रबंधन को कार्रवाई करने का पूरा अधिकार
इधर बीईओ ने कहा कि यदि ये छात्र आगे भी अनुशासन तोड़ते हैं या किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों में शामिल पाए जाते हैं, तो स्कूल प्रबंधन को कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है।स्कूल में बढ़ती ऐसी घटनाओं के पीछे बड़ा कारण असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार स्कूल के आसपास कुछ शरारती युवक और बाहरी बच्चे अक्सर क्लास के समय भी परिसर के पास मंडराते रहते हैं। शाम ढलते ही विद्यालय परिसर में कथित नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। पूर्व में विद्यालय में चोरी की घटनाएं भी हो चुकी हैं, जिससे स्कूल प्रशासन की चिंता बढ़ी हुई है।
चहारदीवारी के अभाव से बढ़ रहा खतरा
विद्यालय की सबसे बड़ी समस्या है चहारदीवारी का अभाव। दीवार न होने के कारण स्कूल परिसर पूरी तरह खुला है, जिससे बाहरी लोग आसानी से अंदर घुस आते हैं।
प्रधानाध्यापक का कहना है कि इससे पठन-पाठन प्रभावित होता है और छात्राओं को विशेष रूप से असुरक्षा महसूस होती है। स्कूल प्रबंधन विभाग को कई बार पत्राचार कर चुका है, पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय लोग चहारदीवारी निर्माण की तत्काल मांग कर रहे हैं, ताकि स्कूल में शिक्षा व्यवस्था सामान्य हो सके।

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