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    किसी ने खरीदी सिलाई मशीन तो किसी ने शुरू की दुकान, रोजगार योजना से सबकी बल्ले-बल्ले

    By Shashi Mishra Edited By: Ajit kumar
    Updated: Fri, 05 Dec 2025 12:56 PM (IST)

    बेतिया जिले में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। 7.20 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपये भेजे गए ...और पढ़ें

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    अपनी पसंद के रोजगार का चयन कर महिलाओं ने शुरू किया काम। सौ: जीविका

    जागरण संवाददाता, बेतिया(पश्चिम चंपारण)। Bihar News: जिले में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना से अपनी आर्थिक स्थिति को बदलने की शुरुआत कर दी है। जिन महिलाओं को विभिन्न निजी चीट फंड की कंपनियों पर आश्रित रहना पड़ता था, वह उन्हें राशि के लिए किसी के भरोसे नहीं रहना पड़ रहा है।

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    महिला रोजगार योजना से मिली राशि से अपनी पसंद के व्यवसाय का चयन कर स्ववलंबी बन चुकी हैं। कई चरणों में इस योजना सेे अब तक कुल 7 लाख 20 हजार महिलाओं के खाते में 10-10 हजार की राशि अंतरित की गई है।

    इसमें पहले चरण में 93 हजार महिलाओं के खाते में इस योजना की राशि भेजी गई थी। कई महिलाओं ने तो राशि मिलने के एक सप्ताह के अंदर ही स्वरोजगार की शुरुआत कर ली।

    ऐसी महिलाओं की संख्या भी 1200 से अधिक है। जीविका के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आरके निखिल की माने, तो यह योजना का परिणाम पूर्ण रूप से धरातल पर दिखने लगा है।

    इस योजना की शुरुआत के एक सप्ताह के अंदर ही कई महिलाओं अपनी-अपनी पसंद की स्वरोजगार शुरू कर दी। इसमें चंदामामा ग्राम संगठन के महावीर स्वयं सहायता समूह की बुधिया देवी ने इस योजना से मिली 10 हजार की राशि से किराना दुकान शुरू कर ली।

    इस दुकान पर ही घरेलू हाथ से बनाई टोकरी की बिक्री करने लगी। आज किराना दुकान से प्रतिदिन 500 से 550 रुपये की बिक्री कर लेती हैं। बहुअरवा पंचायत के इसी ग्राम संगठन की सदस्य रंभा देवी ने इस राशि से सिलाई मशीन की खरीद की। आज इस सिलाई मशीन से गांव के लोगों के कपड़े की सिलाई करती हैं।

    इससे उनके परिवार का भरण पोषण होता है। उधर जमुनिया पंचायत चेतना जीविका महिला ग्राम संगठन नारी शक्ति महिला संकुल स्तरीय संघ की नीतू देवी ओवन की खरीदारी की। पहले से वह केक बनानी थी।

    अब इस राशि से अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाईगी। इस तरह की बड़ी संख्या में महिलाओं में स्वरोजगार की शुरुआत कर लिया है। अब अपने-अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से सहायता राशि की भी प्रतीक्षा कर रही हैं। ताकि वह अपनी आर्थिकी को और अधिक मजबूत कर सकें।

    प्रखंडवार महिला रोजगार के लाभुकों की संख्या

    प्रखंड लाभुकों की संख्या
    बगहा 61329
    बैरिया 38066
    बेतिया 20501
    भितहां 11528
    चनपटिया 54633
    गौनाहा 45588
    योगापट्टी 44520
    लौरिया 46870
    मधुबनी 11083
    मैनाटांड़ 35725
    मझौलिया 60688
    नरकटियागंज 57814
    नौतन 54774
    पिपरासी 7281
    रामनगर 37827
    सिधाव 67306
    सिकटा 35725
    ठकराहां 6784