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    बिहार में बाढ़ का कहर, कई गांव पानी में डूबे, दो दिन से नहीं जले चूल्हे

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 10:13 AM (IST)

    पश्चिमी चंपारण के थरुहट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बाढ़ आई है जिससे कई गांवों में पानी घुस गया है। नदियां उफान पर हैं बांध टूट गए हैं और लोगों के घरों में पानी भर गया है। भोजन और चारे की कमी हो गई है और फसलें बर्बाद हो गई हैं।

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    बिहार में भीषण बाढ़ का कहर, आधा दर्जन गांव जलमग्न। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र, हरनाटांड़। मंगलवार की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने बुधवार की दोपहर तक थरुहट क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। इस दौरान पहाड़ी नदियों मनोर, झिकरी, भपसा, कोशिल सहित अन्य नदियों में में जलस्तर अचानक बढ़ने से कई गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

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    कई जगहों पर बांध टूट गए हैं। जिससे बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। कई गांवों में दो दिन से चूल्हे नहीं चले हैं।

    दरदरी और गोनौली पंचायतों में भयावह स्थिति

    नौरंगिया दरदरी पंचायत के दरदरी गांव में बांध टूटने से पानी घरों में भर गया है। वहीं चम्पापुर गोनौली पंचायत के आधा दर्जन से अधिक गांवोंनीतीश नगर, मलकौली, गोड़ार, सखुअनवा आदि में बाढ़ का पानी घुस चुका है।

    इन इलाकों में घरों के भीतर घुटनों तक पानी भरा हुआ है, जिससे ग्रामीण अपने ही घरों में कैद होकर रह गए हैं।

    भोजन और चारे का संकट

    ग्रामीणों का कहना है कि बीते दो दिनों से घरों में चूल्हा तक नहीं जला है। राशन, लकड़ी और अन्य जरूरी सामान पानी में भीग चुके हैं।

    बच्चे भूखे-प्यासे हैं और लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लेकर दिन-रात गुजारने को मजबूर हैं। पशुओं के लिए चारा और सुरक्षित स्थान का भी अभाव है, जिससे परेशानियां और बढ़ गई हैं।

    लगातार बारिश और बाढ़ के कारण खेतों में लगी धान और गन्ने की फसलें पानी में डूब गई हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। कई घरों का जरूरी सामान पानी में बह चुका है।

    प्रशासन से मदद की गुहार

    स्थानीय निवासी रमाकांत राम, रामजी धांगड़, माया देवी, भगवंती देवी, संगीता देवी और मालती देवी सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि मनोर नदी का पानी अचानक घरों में घुस आया और तबाही मचा दी।

    लोगों ने जिला प्रशासन से तत्काल राहत सामग्री, नाव की व्यवस्था, और पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि हालात पर समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।

    जनप्रतिनिधियों की सक्रियता

    वहीं जदयू नेता व समाजसेवी चंदन सिंह ने बताया कि चम्पापुर गोनौली पंचायत के गांवों में हालात गंभीर हैं। उन्होंने स्थिति की जानकारी वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह को दी।

    विधायक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता, एसडीओ और जेई को स्थल पर भेजकर स्थिति का जायजा लेने और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है।