वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भालू के हमले में किसान घायल, ग्रामीणों में दहशत
बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भालू ने एक किसान पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। मुन्ना महतो नामक यह किसान अपने खेत में फसल देखने गया था तभी भालू ने उस पर हमला किया। ग्रामीणों ने उसे बचाया और अस्पताल पहुंचाया। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है क्योंकि पहले भी भालू के हमले की घटनाएं हो चुकी हैं।

जागरण संवाददाता, बगहा। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) के हरनाटांड़ वन क्षेत्र अंतर्गत कुनई लक्ष्मीपुर गांव में शनिवार की सुबह खेत में फसल देखने गए किसान पर भालू ने अचानक हमला कर दिया।
इस हमले में किसान मुन्ना महतो (47) पिता सुखदेव महतो गंभीर रूप से घायल हो गए। किसान की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसी तरह उसकी जान बचाई।
गंभीर रूप से घायल किसान को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हरनाटांड़ लाया गया। जहां चिकित्सक राजेन्द्र काजीने उसका प्राथमिक उपचार किया।
डॉ. काजी के अनुसार, भालू के हमले में मुन्ना को गहरी चोटें आई हैं और उसकी हालत नाजुक है। बेहतर इलाज के लिए उसे अनुमंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
घटना के संबंध में घायल के पिता ने बताया कि मुन्ना अहले सुबह खेत में लगी फसल की निगरानी करने गया था। खेत की झाड़ियों में पहले से ही छिपे भालू ने अचानक उन पर हमला बोल दिया।
भालू के हमले से मुन्ना महतो के सिर के पीछे, कान और दोनों हाथों में गहरे जख्म आए हैं। वह जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर वहां से भागा।
दहशत में ग्रामीण
इस घटना के बाद कुनई लक्ष्मीपुर सहित आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि हाल के दिनों में जंगल से निकलकर जंगली जानवरों की गतिविधियां गांव की ओर तेजी से बढ़ी हैं।
खासकर भालू का आतंक बना हुआ है, जिससे ग्रामीण खेतों में जाने से भी डरने लगे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि जंगली जानवरों की बढ़ती आवाजाही पर तुरंत नियंत्रण किया जाए और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
भालू के हमले में पहले भी लोग हो चुके हैं घायल
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वनवर्ती क्षेत्रों में जंगली जानवरों का हमला कोई नई बात नहीं है। खासकर भालू द्वारा हमला किए जाने की घटनाएं समय-समय पर सामने आती रही हैं।
28 अगस्त को हरनाटांड़ के नरकटिया दोन निवासी खुशराज महतो गन्ने के खेत में गए थे। तभी भालू ने उन पर हमला कर दिया था, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इसी वर्ष 21 फरवरी को बगहा दो प्रखंड के रिहायशी इलाके में भालू ने एक साथ तीन लोगों पर हमला कर दिया था। सिधांव, बलुआ कोटहिया और बेलहवा गांव के लोग खेत में काम कर रहे थे, तभी यह हमला हुआ। तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि वीटीआर क्षेत्र में भालू का खतरा लगातार बना हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से ठोस कदम उठाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे जानलेवा हमलों को रोका जा सके।
वनवर्ती इलाकों में जंगली जानवरों की मौजूदगी स्वाभाविक है, लेकिन ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है। मामले की जांच की जा रही है और घायल किसान के इलाज पर विभाग निगरानी रख रहा है। मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।- शिव कुमार राम, रेंजर, हरनाटांड़ वन क्षेत्र
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