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    Bagaha News: बिहार चुनाव से पहले बगहा को मिल सकती है बड़ी उपलब्धि, तेज हुई चर्चा

    पश्चिम चंपारण के बगहा को राजस्व जिला बनाने की मांग फिर से उठ रही है। चुनाव के समय पक्ष और विपक्ष दोनों ही वादे करते हैं। बगहा को कभी मिनी चंबल कहा जाता था लेकिन पुलिस जिला बनने के बाद स्थिति में सुधार हुआ है। अब लोग बगहा को राजस्व जिला घोषित करने की उम्मीद कर रहे हैं ताकि विकास हो सके।

    By Abu Sabir Edited By: Piyush Pandey Updated: Sun, 18 May 2025 12:11 PM (IST)
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    बिहार चुनाव से पहले बगहा को मिल सकती है बड़ी उपलब्धि। (जागरण)

    मो. अब्बु साबीर, पश्चिम चंपारण (बगहा)। जब सत्ता में थे। उस समय जिला बनाया नहीं। अब वोट के समय वादा दर वादा करते पक्ष और विपक्ष थक नहीं रहा है। बता दें कि विधान सभा चुनाव को लेकर एक बार बगहा पुलिस जिला को राजस्व जिला बनाने की मांग उठने लगी है।

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    बता दें कि नब्बे के दशक में बगहा को मिनी चंबल कहा जाता था। दस्युओं की तूती बोलती थी। चार बजे दिन से ही लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। अपहरण का उद्योग खूब फल- फूल रहा था। इसी कड़ी में नरकटिया दोन में नरसंहार करते हुए एक दर्जन से अधिक लोगों की जांच ले ली गई थी।

    विधि व्यवस्था को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बगहा अनुमंडल को पुलिस जिला घोषित कर दिया। बगहा में एसपी बैठने लगे। समय के साथ ही अपराध, अपहरण का कलंक चंपारण से तत्कालीन, एसपी रत्न संजय, विकास वैभव आदि के आने के बाद बदल गया। अब क्षेत्र में शांति है।

    एसएसबी के आने से भी शांति का माहौल बन गया है। 1996 से ही पुलिस जिला बनने के बाद से ही बगहा को राजस्व जिला बनाने की लगातार मांग उठती रही है।

    विधानसभा में भी उठी मांग

    बार-बार मांग को लेकर सामाजिक संस्थाओं सहित जनप्रतिनिधियों पूर्व आईएस सह बगहा विधायक राघव शरण पांडेय, एमएलसी भीष्म सहनी, राम सिंह आदि के द्वारा बगहा को पुलिस जिला बनाने के लिए विधान सभा में आवाज बुलंंद किया गया।

    जब भी चुनावी समर आता है। बगहा के लोगों के दिलों से बगहा को राजस्व जिला बनाने की मांग उठती रहती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी चुनावी मंच से कहा था कि बिहार में अगर कोई जिला बनेगा तो पहला बगहा का नाम होगा। तमाम आश्वासनों के बावजूद अब भी जिला नहीं बन पाया है।

    ऐसे में बगहा, वाल्मीकिनगर, हरनाटांड़, गंडक के पार के चारों प्रखंड, दोन आदि के लोग 60-70 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए बेतिया अपने काम को लेकर जाते है। जिला पदाधिकारी सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी बेतिया अपने कार्यालय में ही बैठते हैं।

    बार-बार उठती है मांग

    अब ऐसे में पुलिस जिला के लोगों की मांग बार बार राजस्व जिला के लिए उठती रहती है। बगहा के विकास के लिए राजस्व जिला आवश्यक है। पूर्व में लोक सभा चुनाव में भी इस मुद्दे की गूंज सुनाई दी थी।

    यहां के लोगों का कहना है बेशक लोकसभा चुनाव  के बाद अब विधानसभा चुनाव हाेना है, दोनों जगह डबल इंजन की सरकार है। ऐसे में डबल इंजन की सरकार लगातार तीन दशक की पुरानी मांग को पूरा करते हुए बगहा को राजस्व जिला घोषित करेगी।

    बता दें कि पूर्व में अप्रैल में ही राजस्व जिला बनाने की बात जानकार सहित सत्तारूढ दल के स्थानीय नेता करते नहीं थक रहें थे, कारण की अस्पताल का 100 बेड का निर्माण करने की खबर, पुलिस जिला का भवन आदि बनने की चर्चा है।