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अनिश्चिकालीन हड़ताल पर गए सलाहकार, व्यवस्था चरमराई

बगहा। तीन सूत्री मांगों के समर्थन में बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के आह्वान पर मंगलवार को अनुमंडल

By JagranEdited By: Updated: Wed, 06 Jun 2018 12:08 AM (IST)
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अनिश्चिकालीन हड़ताल पर गए सलाहकार, व्यवस्था चरमराई

बगहा। तीन सूत्री मांगों के समर्थन में बिहार राज्य किसान सलाहकार संघ के आह्वान पर मंगलवार को अनुमंडल के सभी सातों प्रखंडों के सलाहकार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए।

सलाहकारों ने किसान भवन के समक्ष धरना दिया और विभागीय कार्यो के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी। सलाहकारों की हड़ताल से विभागीय स्तर पर पंचायतों में लग रहे चौपाल की सफलता पर भी ग्रहण लग गया। मंगलवार को जिन पंचायतों में चौपाल लगनी थी, वहां गिनती के किसान ही नजर आए। दूसरी ओर सलाहकारों की हड़ताल के कारण धान बीज के वितरण पर भी ग्रहण लग गया है। मंगलवार को बगहा दो ई-किसान भवन से कई किसानों को खाली हाथ लौटना पड़ा। संघ के बगहा दो प्रखंड इकाई के जयकुमार ¨सह, सतीश कुमार दूबे, वेदप्रकाश पाठक, निर्मल कुमार मंडल, राजीव लोचन मिश्र, मनोज कुमार, मनोज कुमार ¨सह, नीरज कुमार आदि ने कहा कि सरकार अबतक सलाहकारों के साथ सिर्फ छलावा कर रही है। दिन में कुछ घंटों की ड्यूटी के नाम पर पूरे दिन काम ले रही है और मानदेय के नाम पर मजदूर से भी कम रुपये सलाहकारों को दिए जा रहे हैं। सरकार की दोहरी नीति के कारण सलाहकार भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। सलाहकारों ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमारी मांगों को जब तक सरकार नहीं मानेगी, हम काम पर नहीं लौटेंगे।

उल्लेखनीय है कि सलाहकारों की प्रमुख मांग में जन सेवक या ग्रामीण प्रसार कार्यकर्ता के रिक्त पड़े पदों पर उनकी नियुक्ति, वेतनमान के समतुल्य सम्मानजनक मानदेय और भविष्य निधि संगठन के तहत सभी सलाहकारों को आच्छादित करना प्रमुख है। सलाहकारों की हड़ताल के बाद अब बीज वितरण पर ग्रहण लगता दिख रहा है।