Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    West Champaran : भैंस को नहलाने गए, खुद डूब गए, पंडई नदी में अधेड़ की मौत

    By Prabhat Mishra Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Tue, 21 Oct 2025 09:31 PM (IST)

    पश्चिम चंपारण में पंडई नदी में भैंस नहलाने गए एक अधेड़ व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई। गहरे पानी में चले जाने के कारण यह हादसा हुआ। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है और परिवार में मातम छाया हुआ है।

    Hero Image

    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    जागरण संवाददाता, नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण )। : लौरिया प्रखंड के साठी गांव में मंगलवार की शाम करीब 5:30 बजे पंडई नदी में भैंस नहलाने गए एक व्यक्ति (55) की डूबने से मौत हो गई है। मृतक की पहचान साठी गांव निवासी कमलेश तिवारी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, कमलेश तिवारी साठी गांव के सामने तेलियाबारी घाट पर पंडई नदी में अपनी भैंस नहलाने गए थे। इसी दौरान वे गहरे पानी की चपेट में आ गए और डूब गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आस-पास मौजूद चरवाहों ने जब देखा तो शोर मचाना शुरू कर दिया और घटना की सूचना ग्रामीणों व परिजनों को दी। सूचना मिलते ही पहुंचे गांव के लोगों ने काफी मशक्कत के बाद शव को नदी से बाहर निकाला। मुखिया पति वीरेंद्र उपाध्याय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि कमलेश तिवारी की मौत डूबने से हुई है। घटना की सूचना अंचलाधिकारी लौरिया को दे दी गई है। घटना से साठी गांव में शोक का माहौल है।

    बाइक दुर्घटना में घायल किशोर की इलाज के दौरान मौत

    मैनाटांड़: पुरुषोत्तमपुर थाना क्षेत्र के मझरिया परसा मुख्य पथ पर नहरी पुल के पास बाइक दुर्घटना में सोमवार की सुबह घायल मैनाटाड़ थाना क्षेत्र के बेलबनिया गांव निवासी मुनीलाल साह के 14 वर्षीय पुत्र अनुप कुमार की मौत इलाज के दौरान हो गई है। वह सोमवार की सुबह बाइक से परसा गांव गया था। घर वापसी के दौरान मझरिया गांव से पूरब नहर पुल पर उसकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। वह हेलमेट नहीं पहना था, जिस वजह से सिर में गंभीर चोट लग गई। ग्रामीणों की सूचना पर स्वजन पहुंचे। आनन-फानन में घायल को निजी नर्सिंग होम में ले गये। जहां उसका प्राथमिक उपचार किए जाने के बाद बेहतर इलाज के लिए बेतिया ले जाया गया। बेतिया से इलाज के बाद उसे गोरखपुर ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में किशोर की मौत हो गई। स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।