Updated: Sun, 08 Jun 2025 05:49 PM (IST)
बेतिया जिले में नौ शिक्षकों द्वारा फर्जी ऑनलाइन हाजिरी लगाने का मामला सामने आया है। इन शिक्षकों ने कभी खुद तो कभी स्कूल के लॉगिन से हाजिरी लगाई। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है और स्पष्टीकरण की समीक्षा होने तक वेतन पर रोक लगा दी है। इन शिक्षकों पर प्रधानाध्यापक से मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है।
संवाद सहयोगी, बेतिया। जिले के नौ शिक्षकों ने एक महीने में दर्जनों बार फर्जी फोटो अपलोड किया है। जबकि कभी खुद तो कभी स्कूल के लॉगिन से हाजिरी बनाई गई है। मामला अब सामने आ गया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने ऐसे नौ शिक्षक पर अलग-अलग पत्र जारी करके स्पष्टीकरण की मांग की है। इस मामले में बगहा दो प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय बेलवा चखनी के शिक्षक सीमांत समीर का मामला आया है।
जिसमें अप्रैल माह की हाजिरी के मामले में पाया गया कि कुछ दिनों की हाजिरी उन्होंने अपने लॉगिन बनाई है जबकि कुछ दिनों की हाजिरी उन्होंने विद्यालय के लॉगिन से बना दी है। जो संदेहास्पद बताई जा रही है।
शिक्षकों को अपनी हाजिरी अपने लॉगिन से ही बनानी है। इसके साथ ही 15 अप्रैल को अपलोड किया गया फोटो संदेहास्पद है। जिससे प्रतीत होता है कि वह विद्यालय से गायब रहते हैं और विद्यालय के प्रधानाध्यापक की मिली भगत से हाजिरी बनाते हैं।
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इसी विद्यालय के शिक्षक अजय यादव के मामले में तीन दिनों में अपलोडेड फोटो संदेहास्पद है। वहीं, इसी विद्यालय के शिक्षक विजय कुमार राय के मामले में दो अप्रैल से लेकर 22 अप्रैल तक अपलोड किया गया, फोटो संदेहस्पद बताया जा रहा है।
ऐसे में विद्यालय के प्रधान से मिली भगत करके फर्जीवाड़ा करने का आरोप शिक्षक पर है। इसी विद्यालय के शिक्षक शमशेर आलम पर अपने लॉगिन से कुछ दिन और कुछ दिन विद्यालय के लॉगिन से हाजिरी बनाने का मामला है। जिसमें विद्यालय के प्रधानाध्यापक से मिलकर फर्जीवाड़ा का आरोप है।
इसी विद्यालय की वंदना कुमारी द्वारा अपलोड फोटो संदेहास्पद बताया गया है। जिस मामले में फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। वहीं, इसी विद्यालय की अर्चना कुमारी के द्वारा भी अप्रैल महीने में कई दिनों अपलोड किया गया फोटो संदेहस्पद बताया जा रहा है।
इन पर भी प्रधानाध्यापक से मिलकर फर्जीवाड़ा करने का मामला है। इसी तरह शिक्षक बद्री राम और बृजेश कुशवाहा जो सभी इसी विद्यालय के शिक्षक हैं उनके द्वारा अपलोड किया गया फोटो संदेहास्पद बताया जा रहा है, और प्रधानाध्यापक से मिलकर फर्जीवाड़ा करने का मामला है।
जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि सभी शिक्षक 24 घंटे के अंदर कार्यालय में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। जिन तिथि में आपके द्वारा फोटो अपलोड संदेहास्पद है। स्कूल लॉगिन से उपस्थिति है। क्यों ना आपके विरुद्ध स्पष्ट अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की जाए, स्पष्टीकरण की समीक्षा होने तक इन सभी के वेतन पर रोक लगा दी गई है।
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