अखाड़े के खलीफाओं ने लिया मुहर्रम पर जुलूस नहीं निकालने का फैसला
हाजीपुर। शहर के जढुआ करबला परिसर में मुहर्रम को शांतिपूर्ण मनाने को लेकर अखाड़ों के खलीफाओं की बैठक हुई। फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए लगभग 30 मिनट ...और पढ़ें

हाजीपुर। शहर के जढुआ करबला परिसर में मुहर्रम को शांतिपूर्ण मनाने को लेकर अखाड़ों के खलीफाओं की बैठक हुई। फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए लगभग 30 मिनट तक विचार-विमर्श किया गया। बैठक में शहीद ए आजम जिला कमेटी के सचिव मो. नसीम अहमद ने कहा कि अभी कोरोना महामारी से मुल्क तंग-तबाह और परेशान है। इस माहौल में अपनी और आम आवाम की भलाई के लिए सरकारी निर्देशों का पालन एवं जिला प्रशासन को सहयोग करना आवश्यक है। बैठक में जिला प्रशासन की ओर से पहुंचे एसडीपीओ राघव दयाल ने वर्तमान संकट के माहौल से अवगत कराते हुए कहा कि जिले में कई बैठकें हो चुकी हैं। वरीय पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं मुहर्रम कमेटी के लोगों ने तय किया है कि मुहर्रम अखाड़ों के खलीफा केवल एक अन्य के साथ फूल-मिट्टी आदि लेकर करबला के मुख्य द्वार तक पहुंचेंगे, जहां से कमेटी सचिव मो. नसीम अहमद अपने जिम्मे लेकर करबला के अंदर फातेहा और पहलाम का रस्म अदा कराएंगे।
इस मौके पर लोगों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि इस बार करबला, मामू-भांजा मजार और इर्द-गिर्द किसी प्रकार की कोई दुकान नहीं खुलेगी और मेला नहीं लगेगा। इस दौरान ऐतिहासिक करबला और ऐतिहासिक मामू-भांजा मजार के इर्द-गिर्द सफाई-सफाई एवं छिड़काव की मांग की गई। विचार-विमर्श में संचालक शहीद ए आजम कमेटी सचिव मो. नसीम अहमद, मो. हारून रशीद, मो. तैयब अली, मो. जमील मास्टर, मो. अकबर, मो. महफूज आलम, मो. रिजवान, डॉ. जमाल अंसारी, मो. सोहैल, बबलू सुल्तान, मो. नजरे आलम उर्फ नबाब साहब, मो. मोबस्सीर रजा आदि शरीक हुए।
दूसरी ओर नगर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक करते हुए एसडीओ संदीप शेखर प्रियदर्शी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस बार मुहर्रम पर कोई ताजिया, सिपट या जुलूस नहीं निकाले जाएंगे। फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए अखाड़ों के खलीफा केवल दो लोगों के साथ करबला तक पहुंचेंगे। शांति समिति की बैठक में एसडीपीओ राघव दयाल, बीडीओ-सीओ, थानाध्यक्ष के साथ ही कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।