Updated: Sun, 01 Jun 2025 12:33 PM (IST)
वैशाली जिले के महुआ स्थित एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर एक शिक्षिका के साथ संदिग्ध आचरण का आरोप है जिसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। जांच में प्रयोगशाला में बेड मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया और शिक्षिका के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की है।
संवाद सहयोगी, महुआ। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरपुर मिर्जानगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार को वैशाली के कार्यक्रम पदाधिकारी ने निलंबित कर दिया है। साथ ही उन पर प्रपत्र क भी गठित करने (विभागीय जांच) का निर्देश दिया है। वहीं, शिक्षिका पर भी अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरपुर मिर्जानगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार एवं विद्यालय की एक शिक्षिका के आचरण को लेकर सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद इसकी शिकायत ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से साक्ष्य के साथ वरीय पदाधिकारी से की गई।
शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महुआ को जांच का निर्देश दिया। वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अर्चना कुमारी विद्यालय में जांच को पहुंची तो विद्यालय के अधिकांश शिक्षकों ने डर से अपना मुंह नहीं खोला।
प्रयोगशाला में लगा मिला बेड
विद्यालय के रात्रि प्रभारी प्रेम कुमार ने बताया कि प्रयोगशाला का चाबी उनके पास नहीं रहती है तथा चाबी प्रभारी प्रधानाध्यापक के पास है। स्कूल में प्रयोगशाला की जब जांच की गई तो उसमें बेड लगा लगा हुआ पाया गया।
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं एक विशिष्ट शिक्षिका का आचरण संदेहास्पद पाया गया। विद्यालय के प्रयोगशाला को संबंधित शिक्षक ने बेडरूम की तरह व्यवहार में लाया। मामले की गंभीरता से देखते हुए उन्होंने वरीय पदाधिकारी को अपनी जांच रिपोर्ट भेजी।
जांच रिपोर्ट के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कुमार शशि रंजन ने विद्यालय के माहौल को खराब करने, अपने दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन नहीं करने को लेकर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार को विभागीय कार्रवाई के तहत निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय महनार के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का कार्यालय बनाया गया है।
वही संबंधित शिक्षक पर प्रपत्र क गठित करने के साथ 45 दिनों के अंदर जांच पूरी करने की बातें लिखी है। वहीं विशिष्ट शिक्षिका के पर भी अनुशासनिक कार्रवाई हेतु अनुशंसा की गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।