जयंती पर श्रद्धा से याद किए गए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास
शहर के अनवरपुर स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में प्रमुख समाजवादी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास की जयंती मनाई गई। रामसुंदर दास महिला महाविद्यालय के प्रो. सर्वेश दिवाकर पान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
शहर के अनवरपुर स्थित एक निजी शिक्षण संस्थान में प्रमुख समाजवादी नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास की जयंती मनाई गई। रामसुंदर दास महिला महाविद्यालय के प्रो. सर्वेश दिवाकर पान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय दास बिना जाति, धर्म और संप्रदाय जाने ही लोगों की मदद किया करते थे। स्वच्छ छवि एवं इमानदार व्यक्तित्व पर उनके पूरे राजनीतिक जीवन में कभी कोई आरोप या कोई विवाद नहीं रहा। वह पहली बार 1965 में एमएलसी बनने के बाद 1977 में सोनपुर से विधायक निर्वाचित हुए थे। इसके साथ ही 1979 से 1980 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। फिर 1990 में पातेपुर से विधायक निर्वाचित हुए। वहीं 1991 में हाजीपुर से सांसद चुने गए। दोबारा 2009 में हाजीपुर से सांसद बने। कार्यक्रम में जदयू महादलित प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अनिल दास, महासचिव डॉ विनय कुमार पान, भारत कुमार, ऋषि कुमार, अमन कुमार, रोहित कुमार, अंगद कुमार, सनोज कुमार, हिमांशु कुमार, स्वेता कुमारी, माया कुमारी, खुशी कुमारी, मुस्कान कुमारी, साहीना परवीन, श्रुति कुमारी, इफहत, शिपी कुमारी आदि ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। सोनपुर में रामसुंदर दास को दी गई संगीतमय श्रद्धांजलि
संवाद सहयोगी, सोनपुर : समाजवादी पुरोधा पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास की जन्म शताब्दी पर सोनपुर के रामसुंदर दास महिला महाविद्यालय में संगीतमय श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में नामचीन कलाकारों ने गीत-संगीत एवं कत्थक नृत्य की प्रस्तुति से उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ठ के सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता में उद्घाटन जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह ने किया। महाविद्यालय सचिव तृप्तिनाथ सिंह के संचालन में वक्ताओं ने कहा कि रामसुंदर दास बालिकाओं की शिक्षा तथा समाज के उत्थान में जीवन के अंतिम क्षणों तक समर्पित रहे। उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम में राधा मोहन मिश्र के स्वागत गान में सुप्रसिद्ध तबला वादक मिथिलेश कुमार झा ने संगत की। सारंगी पर उस्ताद मुराद अली खान थे। वहीं कत्थक नर्तक महुआ शंकर ने दुर्गा वंदना पर आधारित भाव नृत्य की प्रस्तुति की तथा नूपुर शंकर ने गायन प्रस्तुत किया।