Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिक्षा मित्र से मनरेगा पीओ और फिर सीओ बने बसंत ने बनाई अकूत संपत्ति

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 27 Apr 2022 10:52 PM (IST)

    संवाद सूत्र लालगंज (वैशाली) अपने पद पर रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित करने के मामले में बिह ...और पढ़ें

    Hero Image
    शिक्षा मित्र से मनरेगा पीओ और फिर सीओ बने बसंत ने बनाई अकूत संपत्ति

    संवाद सूत्र, लालगंज (वैशाली):

    अपने पद पर रहते हुए अकूत संपत्ति अर्जित करने के मामले में बिहार सरकार लगातार भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में आर्थिक अपराध इकाई ने कार्रवाई करते हुए औरंगाबाद जिले के बारुण अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी रहे बसंत कुमार राय के अलग-अलग ठिकानों पर बुधवार को एक साथ छापेमारी शुरू की। इसमें पटना सहित अंचलाधिकारी बसंत कुमार राय के वैशाली जिले में लालगंज थाना क्षेत्र के युसुफपुर गांव स्थित पैतृक आवास पर भी छापेमारी की गई। आर्थिक अपराध इकाई अधिकारियों की टीम सुबह करीब 10 बजे यहां पहुंच गई थी, जो शाम के तीन बजे तक जांच में जुटी रही। इस दौरान परिवार के सदस्यों को घर से बाहर आने-जाने पर रोक लगाते हुए बंद घर में घंर्ट जांच पड़ताल की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मालूम हो कि सीओ बसंत कुमार राय बालू के अवैध खनन से जुड़े माफियाओं से संबंध होने को लेकर चर्चा में आए थे। तब से वह जांच एजेंसियों की रडार पर थे। जिनके खिलाफ अब कार्रवाई शुरू की गई है। सूत्रों के अनुसार सीओ बसंत कुमार राय युसुफपुर गांव निवासी जय गोविद राय के पुत्र हैं। वह वर्ष 2006 में शिक्षा मित्र के रूप में गांव के स्कूल में शिक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे। उसके बाद बेतिया में मनरेगा पीओ बने। फिर गया में सीआई बने। वहीं 2018 से सीओ के पद पर कार्यरत हैं। औरंगाबाद के बारुण में सीओ रहते बालू के अवैध खनन से जुड़े होने का आरोप लगा। अगस्त 2021 में उनका ट्रांसफर पटना के फुलवारी शरीफ अंचल में हुआ था, जहां वह एक सप्ताह में ही सस्पेंड हो गए। सीओ के लालगंज और पटना स्थित आवास पर हुई कार्रवाई में 119.8 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति मिलने की सूचना है। छापेमारी के दौरान लालगंज थाने के एसआइ सुनील कुमार एवं पीएसआइ विष्णु प्रिया दलबल के साथ मौजूद थे।