Move to Jagran APP

'CM नीतीश को मेमोरी लॉस की दवा दी जा रही', पूर्व सांसद ने JDU अध्यक्ष पर आरोप लगाकर किया बड़ा दावा

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि सीएम को खाने में मेमोरी लॉस के लिए दवा मिलाकर दी जा रही है। इसके लिए उन्हाेंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने चिराग पासवान की तारीफ करते हुए उनके चाचा पशुपति पारस को सलाह भी दी।

By Edited By: Yogesh SahuPublished: Sun, 15 Oct 2023 12:11 PM (IST)Updated: Sun, 15 Oct 2023 01:10 PM (IST)
'CM नीतीश को मेमोरी लॉस की दवा दी जा रही', पूर्व सांसद ने JDU अध्यक्ष पर आरोप लगाकर किया बड़ा दावा

जागरण संवाददाता, हाजीपुर। Bihar Politics : बिहार में लोकसभा चुनावों से पहले सियासी वार-पलटवार तेज हो गए हैं। इसी क्रम में अब पूर्व सांसद अरुण कुमार (Arun Kumar) ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को खाने में मेमोरी लॉस की टैबलेट मिलाकर दी जा रही है। 

loksabha election banner

हाजीपुर में शनिवार को मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद और पूर्व जदयू नेता अरुण कुमार ने यह दावा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चीजें भूल जा रहे हैं। उन्हें खाने में मेमोरी लॉस की दवा मिलाकर खिलाई जा रही है। कुमार ने कहा कि इसकी जांच कराई जानी चाहिए।

जदयू अध्यक्ष ललन सिंह पर लगाया आरोप

चिराग पासवान (Chirag Paswan) की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण कुमार ने इसके लिए जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और कुछ अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया।

पूर्व सांसद अरुण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति खराब हो गई है। वह जनता दरबार में गृह मंत्री खोजने लगते हैं। इसके बाद कोई और उन्हें बताता है कि वह खुद ही प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं।

अरुण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री कभी नेताओं के सिर पकड़कर एक-दूसरे से टकराने लगते हैं। उन्होंने ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग लालू यादव के लिए चारा घोटाला मामले में मुंशी की तरह पैरवी करते थे।

आज वही लालू यादव (Lalu Yadav) को मुंशी की तरह समझा दिए हैं कि हम बचा भी सकते हैं। हम फंसाए हैं तो बचा भी सकते हैं। हम नीतीश कुमार को किनारे कर देंगे, आप हमारे नेता हैं, निश्चिंत रहिए। हम जेडीयू (JDU) को भी खा जाएंगे, आप निश्चिंत रहिए।

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने पार्टी को बर्बाद किया। जदयू के कई लोग जो हमसे जुड़े हुए हैं, हमारे पास आ रहे हैं। ऐसी अराजक स्थिति में अब एक ही उम्मीद है चिराग पासवान।

जाति, धर्म, पार्टी से ऊपर उठकर सब लोग चिराग को खोज रहे हैं। चाहे खेल का मैदान हो, स्कूल का मैदान हो, कॉलेज हो, गांव हो, खेत या खलिहान हो।

इसलिए चिराग से उम्मीद है कि बिहार को इस संकट से उबारें। इसलिए हमारे जैसे लोग आज पूरी मजबूती से खड़े हैं। ये राज्य को बचाने के लिए एक विकल्प लोगों को दिख रहा है।

हाजीपुर परिसदन में प्रेस वार्ता करते लोजपा (रा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार। फोटो- जागरण

हाजीपुर की सीट लोजपा रामविलास पार्टी के प्रतिष्ठा का सवाल : अरुण कुमार

स्थानीय हाजीपुर परिसदन में प्रेस वार्ता के दौरान लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. अरुण कुमार ने कहा कि हमारी पार्टी के लिए हाजीपुर लोकसभा सीट प्रतिष्ठा का सीट है।

पारस जी को कौन जानता था। यह तो लोजपा संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के भाई थे। इसलिए बड़े भाई की कृपा पर राजनीति में आए।

उनकी अपनी कोई राजनीतिक पहचान नहीं है। मौका जब मिला भी तो इन्होंने अपनी कोई जमीन नहीं बनाई। भतीजा अब चाचा से बहुत आगे चला गया, अब उनकी क्षमता के बाहर की चीज है, चिराग पासवान को रोकना।

पारस को संन्यास ले लेना चाहिए : कुमार

लोजपा (रा) नेता अरुण कुमार ने कहा कि उन्हें (पारस को) अब संन्यास ले लेना चाहिए और भतीजे को आशीर्वाद देना चाहिए। उन्होंने बिहार में हत्या, लूट आदि की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जंगलराज से भी अधिक बदतर वाली स्थिति है।

बिहार की जनता अब यह मूड बना चुकी है कि चिराग पासवान ही इस जंगलराज से उबार सकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को सलाह देते हुए कहा कि प्लेटफार्म से गाड़ी छूट गई है।

यह भी पढ़ें : Bihar News: दिवाली से पहले राज्यकर्मियों को बड़ा तोहफा देगी नीतीश सरकार, प्रमोशन के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी

ट्रेन के पीछे दौड़ने से दुर्घटना होने की संभावना होती है। उन्होंने पूर्व कुलसचिव विवेकानंद शुक्ल के अंतिम संस्कार में कोनहारा घाट पहुंचकर हिस्सा लिया।

इस मौके पर किसान प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर, संजीत कुमार चौधरी, किसान प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष राजकुमार सिन्हा आदि शामिल थे।

यह भी पढ़ें : Bihar News : नौकरी के बाद की नौकरी के लिए भी लंबी कतार, तीन पद के लिए 58 की अनुशंसा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.