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    Bihar News: कंप्यूटर से भी तेज दिमाग है बिहार के लाल अभय कुमार का, तीसरी बार Guinness World Record में अपना नाम करवाया दर्ज, अब इस मिशन पर कर रहे काम

    By Jagran NewsEdited By: Sanjeev Kumar
    Updated: Thu, 07 Dec 2023 09:04 AM (IST)

    Bihar News रिकॉर्ड की सफलता के बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने चैंपियन अभय कुमार को सर्टिफिकेट प्रदान किया। इसके अलावा उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड न्यूज क ...और पढ़ें

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    अभय कुमार तीसरी बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित (जागरण)

    संजीव कुमार, डिजिटल डेस्क, वैशाली। बिहार के वैशाली जिले में देसरी प्रखंड के गाजीपुर निवासी अभय कुमार ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए तीसरी बार अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराकर अपने गांव, जिले, राज्य एवं देश का नाम रौशन किया है।

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    इसके लिए उन्होंने कंप्यूटर द्वारा रेंडमाइज किए हुए 10 हजारे वर्षों के 19 कैलेंडर तिथियों का जवाब 1 मिनट में देकर अपने द्वारा ही बनाए गए 1 मिनट में 10 हजार वर्षों के 16 कैलेंडर तिथियों के जवाब देने का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया।

    रिकॉर्ड की सफलता के बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने चैंपियन अभय कुमार को सर्टिफिकेट प्रदान किया। इसके अलावा उन्हें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड न्यूज के लिए भी चुना गया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के सभी सोशल मीडिया हैंडल द्वारा अभय कुमार की उपलब्धियो एवं कार्यों की सराहना वैश्विक मंच पर किया गया।

    इस उपलब्धि की खबर जब वर्ल्ड रिकॉर्ड की आधिकारिक वेबसाइट, एफबी, ट्विटर पर पोस्ट की गई तब कई देशों के लोगों ने इसे काफी सराहा। अभय कुमार ने बताया कि उनको सबसे ज्यादा खुशी तब हुई जब गणित के जेन माने प्रोफेसर एवं विश्व प्रसिद्ध मानव कैलेंडर युस्नियर वीरा ने अभय की सराहना की।

    इसके बाद अभय से जापान के पत्रकार कीज स्मिथ ने भी वर्चुअल इंटरव्यू किया जिसका प्रकाशन जापान की एंगू न्यूज डेली में होगा।बनाया है।

    इससे पहले भी अभय ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

    अभय कुमार ने विभिन्न 91 देशों के पासपोर्ट को 1 मिनट में पहचान कर यह रिकॉर्ड बनाया। इसके पूर्व यह रिकॉर्ड क्रिया एस के नाम था, जिन्होंने 1 मिनट में 97 पासपोर्ट की पहचान कर यह रिकॉर्ड स्थापित किया था।

    अभय इस मिशन पर कर रहे काम

    अभय छात्रों के मेमोरी पावर 'स्मृति सुधार" के बढ़ाने तथा विषयों के तथ्यो को कम समय में याद करने एंव ज्यादा समय तक याद रख पाने के लिए विशेष तकनिकों को एप - एस्पिरेंट जेट एवं एस्पिरेंट जेट डॉट कॉम वेबसाइट के माध्यम से कक्षा-5 से विभिन्न प्रतियोगिता परिक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को प्रशिक्षण देते हैं।

    स्कूल-कॉलेज में सेमिनार में भी हिस्सा लेते हैं अभय

    अभय कुमार स्कूल-कॉलेजो के आमंत्रण पर सेमिनार में भाग भी लेते हैं। अभय के मुताबिक उनका लक्ष्य है 2030 तक सभी माध्यमों से 10 लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षित मेमोरी और पढाई तकनिक में प्रशिक्षण प्रदान करना है।

    छात्रों की मेमोरी बढ़ाने एवं पढ़ने की तकनीकों से संबंधित अपनी किताब मास्टरिंग मेमोरी एड ब्रेन लिख रहे हैं । आने वाले महिनो में अभय कुछ और मेमोरी से संबंधित वर्ल्ड रिकॉर्ड अटेम्पर कर सकते हैं।

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