Bihar Election: वोटों की गिनती कल, उत्साह और चिंता में उम्मीदवार और समर्थकों की कटेगी आज की रात
हाजीपुर में विधानसभा चुनाव के बाद वोटों की गिनती कल होगी। रिकॉर्ड मतदान के बाद उम्मीदवार और समर्थक परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। इस बार महिलाओं और युवाओं की भागीदारी निर्णायक मानी जा रही है। वैशाली और राजापाकर में महागठबंधन की फ्रेंडली फाइट चर्चा में है। सभी की निगाहें मतगणना पर टिकी हैं।
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कल होगी वोटों की गिनती। (जागरण)
जागरण संवाददाता, हाजीपुर। जिले की सभी आठ विधानसभा सीटों के लिए बीते 06 नवंबर को हुए रिकॉर्ड तोड़ मतदान के बाद अब सबकी निगाहें कल यानी 14 नवंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं। प्रशासन ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
जिला मुख्यालय हाजीपुर स्थित आरएन कॉलेज और आईटीआई बालक हरिवंशपुर में बनाए गए वज्रगृह सह मतगणना केंद्र पर सुबह आठ बजे से मतों की गिनती शुरू हो जाएगी। वहीं, चुनावी रण में किस्मत आजमा रहे 105 उम्मीदवारों के लिए आज की रात काटना पहाड़ जैसा हो गया है।
रिकॉर्ड तोड़ 68.50 प्रतिशत वोटिंग ने उम्मीदवारों और उनके समर्थकों को उम्मीद और आशंका के भंवर में उलझा दिया है। सभी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर जीत-हार के चुनावी गणित में उलझे हुए हैं। जहां एक ओर चौक-चौराहे और चाय की दुकानों पर चुनावी चर्चा और अटकलों का बाजार गर्म है, वहीं इंटरनेट मीडिया पर भी दावे-प्रतिदावे की बाढ़ आई हुई है।
जीत-हार के दावों के बीच यह रात सिर्फ प्रत्याशियों के लिए ही नहीं, बल्कि उनके हजारों समर्थकों के लिए भी अत्यंत भारी गुजरने वाली है, जिन्हें कल सुबह तक अपनी राजनीतिक किस्मत का पता चलने का इंतजार है।
इस बार के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 68.50 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसने पिछले सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। यह आंकड़ा 2015 के विधानसभा चुनाव की तुलना में करीब 11.86 प्रतिशत और 2020 के चुनाव की तुलना में 11.12 प्रतिशत अधिक है।
इस बार लोकतंत्र के महापर्व में आधी आबादी की भागीदारी और उत्साह पुरुष मतदाताओं की तुलना में काफी ज्यादा रहा। इस बार 65.77 प्रतिशत पुरुष और 71.55 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया है। जिले के कुल 25,37,104 मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 11,99,400 (करीब 47.30%) है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महिलाओं की अप्रत्याशित भागीदारी ने उन्हें निर्णायक भूमिका में ला दिया है। उनका शांत समर्थन चुनाव परिणामों की नई पटकथा तैयार कर सकता है। इसी तरह, 18 से 39 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं (करीब 47.58 प्रतिशत) की भूमिका भी निर्णायक मानी जा रही है।
लालू के दो लाल ने बनाया चुनाव खास
वैसे तो वैशाली जिले में होने वाले हर चुनाव के परिणाम पर पूरे देश की नजर टिकी रहती है। लोकसभा चुनाव में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र और विधानसभा चुनाव में राघोपुर विधानसभा क्षेत्र न सिर्फ हॉट सीट रहा है बल्कि इस पर पूरे देश की मीडिया भी रहती है, लेकिन इस बार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव की इंट्री ने महुआ विधानसभा क्षेत्र को भी हॉट सीट बना दिया है।
पार्टी और परिवार से बेदखल होने के बाद वे यहां से से जनशक्ति जनता दल की टिकट पर चुनावी मैदान में है। वहीं उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव राजद की टिकट पर राघोपुर से चुनावी मैदान में हैं। जिले के चुनावी रण में दोनों भाई आमने-सामने हैं।
महागठबंधन की फ्रेंडली फाइट को लेकर चर्चा में वैशाली और राजापाकर
वैशाली और राजापाकर में चुनावी रण काफी दिलचस्प है। यहां महागठबंधन में फ्रेंडली फाइट की वजह से उसकी साख दाव पर लगी हुई है। वैशाली में राजद और कांग्रेस के बीच तथा राजापाकर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और सीपीआई उम्मीदवारों की फ्रेंडली फाइट ने इन दोनों ही सीटों को चर्चा में ला दिया है।

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