रेलवे कौशल विकास योजना प्रशिक्षण केंद्रों पर 68 प्रशिक्षुओं को मिला प्रमाण पत्र
जागरण संवाददाता हाजीपुर पूर्व मध्य रेल में रेलवे कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
पूर्व मध्य रेल में रेलवे कौशल विकास योजना के तहत युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर कुशल एवं रोजगार के लिए सक्षम बनाने के प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत 11 अप्रैल से 5 मई के बीच पूर्व मध्य रेल के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण के बाद 68 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। योजना के तहत पूर्व मध्य रेल के विभिन्न प्रशिक्षण केंद्रों में अब तक कुल 558 युवाओं को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है। प्रशिक्षुओं ने प्रशिक्षण पूरा होने पर काफी हर्ष व्यक्त किया। ज्ञानवर्द्धन और आत्मविश्वास को बढ़ाने में इस प्रशिक्षण को काफी उपयोगी पाया है। सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि इसके लिए इच्छुक युवा द्धह्लह्लश्चह्य://ह्मड्डद्बद्यद्म14.द्बठ्ठस्त्रद्बड्डठ्ठह्मड्डद्बद्य2ड्ड4ह्य.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर विजिट कर ट्रेड से जुड़ी समस्त जानकारी, प्रशिक्षण संस्थान का विवरण, आनलाइन आवेदन पत्र सहित अन्य सभी सूचनाएं आसानी पूर्वक प्राप्त कर सकते हैं।
मालूम हो कि युवाओं में कौशल विकास के लिए भारतीय रेल में रेल कौशल विकास योजना का शुभारंभ 17 सितंबर 2021 को केंद्रीय रेल, संचार एवं इलेक्ट्रानिकी और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री ने किया था। रेल कौशल विकास योजना आजादी के अमृत महोत्सव के 75 वें साल के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत भारतीय रेल के अपनाए गए कौशल भारत मिशन का एक अभिन्न अंग है। इसका मूल उद्देश्य युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में गुणात्मक सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण कौशल प्रदान करना है।
सूत्रों ने बताया कि यह कौशल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार और उसे उन्नत करने में मददगार सिद्ध हो रहा है। रेल कौशल विकास योजना के तहत भारतीय रेल के 17 जोन एवं 7 उत्पादन इकाइयों के 75 प्रशिक्षण केंद्रों में 18 कार्य दिवस में 100 घंटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन 75 प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से वर्ष 2024 तक 50 हजार युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 18 से 35 आयु वर्ग के युवा जो 10 वीं कक्षा पास कर चुके हैं, योग्यता के आधार पर निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना युवाओं के रोजगार क्षमता में सुधार तथा स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं के कौशल को उन्नत करेगा। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षुओं का एक मानकीकृत मूल्यांकन किया जाता है और सफल प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।