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    पहले करो वेतन भुगतान, फिर करना जांच

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 31 May 2022 05:54 PM (IST)

    संवाद सूत्र छातापुर (सुपौल) प्रखंड क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला कटही में डीपीओ स्था

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    पहले करो वेतन भुगतान, फिर करना जांच

    संवाद सूत्र, छातापुर (सुपौल): प्रखंड क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय शर्मा टोला कटही में डीपीओ स्थापना (सुपौल) के साथ एक युवती के द्वारा हाथापाई व दु‌र्व्यवहार का मामला प्रकाश में आया है। मामले से संबंधित एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें युवती जांच में पहुंचे पदाधिकारियों के साथ नोंक झोंक करते दिख रही है। हालांकि इस वायरल वीडियो की पुष्टि दैनिक जागरण नहीं करता है। वायरल वीडियो देखने के बाद जब पड़ताल की गई तो पता चला कि घटना को अंजाम दे रही युवती विद्यालय में पदस्थापित एक शिक्षक की पुत्री है । मंगलवार को डीपीओ स्थापना राहुल चौधरी, बीईओ नंदकिशोर सिंह के साथ करीब आठ बजे विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे । डीपीओ व बीईओ द्वारा जांच करने के सूचना पर कुछ ग्रामीण परिसर में आ गए । जांच के क्रम में डीपीओ व बीईओ ने ग्रामीणों से भी पूछताछ की। डीपीओ व बीईओ द्वारा रसोई के निरीक्षण के बाद जैसे बाहर निकले कि परिसर में मौजूद युवती डीपीओ एवं बीईओ से उलझ गई । वह बस एक ही रट लगा रही थी कि पहले भुगतान कीजिए फिर जांच कीजिए । जिसपर पदाधिकारियों के द्वारा उसे बैंक खाता चेक करने का सुझाव दिया जा रहा था। इस दौरान युवती अपने पैर से चप्पल खोलकर हाथ में लेती दिख रही है। इसी क्रम में कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे और युवती को समझा बुझाकर उसे वहां से हटाया। जिसके बाद डीपीओ एवं बीईओ अपने वाहन में बैठकर वहां से निकल गये । बीईओ ने बताया कि विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक रमेश कुमार रमण को मार्च 2017 से वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। उन पर प्रधान रहने की अवधि में छात्रवृति व पोषाक राशि वितरण व भवन निर्माण का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं करने तथा पद से हटाए जाने के बाद नये एचएम को प्रभार नहीं देने संबंधी आरोप हैं। विभागीय कार्रवाई के बाद शिक्षक के द्वारा बीते 26 मार्च को बीआरसी में एनओसी जमा किया गया था। जिसके बाद एनओसी में उल्लेखित बिदुओं की जांच करने ही डीपीओ एवं बीईओ विद्यालय पहुंचे थे । इस संदर्भ में पूछने पर डीपीओ ने बताया कि उक्त शिक्षक के द्वारा बीआरसी में जमा किये गए एनओसी के सत्यापन हेतु विद्यालय पहुंचे थे। जिससे कि वेतन भुगतान की प्रक्रिया पूरी की जा सके। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी ।

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