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    Supaul: 'ताश के पत्ते की तरह बिखर जाएगी जदयू', उपेंद्र कुशवाहा ने क्यों कही ये बात...

    By Edited By: Jagran News Network
    Updated: Mon, 07 Aug 2023 01:56 PM (IST)

    सुपौल में राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति में अब कोई अहमियत नहीं बची है। जदयू पार्टी अवसान की स्थिति में आ चुकी है। आने वाले दिनों में पार्टी में कोई रहने वाला नहीं है। 2025 आते-आते जदयू पार्टी ताश के पत्ते की तरह बिखर जाएगी। भ्रष्टाचार से निकलने के लिए बिहार के लोगों ने सत्ता सौंपी थी।

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    राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को पत्रकारों से बात की

    जागरण संवाददाता, सुपौल: राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति में अब कोई अहमियत नहीं बची है। जदयू पार्टी अवसान की स्थिति में आ चुकी है। आने वाले दिनों में पार्टी में कोई रहने वाला नहीं है। 2025 आते-आते जदयू पार्टी ताश के पत्ते की तरह बिखर जाएगी।

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    रविवार को स्थानीय अतिथि भवन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, हत्या का बोलबाला था। लोग सत्ता से आक्रांत थे।

    ऐसी स्थिति से निकलने के लिए लोगों ने नीतीश कुमार की समता पार्टी और फिर जनता दल यू पर भरोसा जताया।हालांकि, नीतीश कुमार ने अब उन्हीं हाथों में बागडोर सौंप दी जहां से बर्बादी की पटकथा लिखी गई थी।

    'जनता को भ्रमित कर रहे नीतीश कुमार'

    उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश की राजनीति का अंतिम समय चल रहा है। आरजेडी के समर्थक को छोड़ कोई नहीं चाहता कि यहां की सत्ता की बागडोर फिर से लालू परिवार के हाथों में जाए। आज की तारीख में नीतीश कुमार ने अपनी राजनीतिक अहमियत स्वयं समाप्त कर ली है।

    जो कुछ बचा है, वह जल्द ही खत्म होने वाला है। इस हकीकत को वे बखूबी जान रहे हैं। जनता को दिग्भ्रमित करने के लिए वे अपने आप को सक्रिय दिखा रहे हैं।

    तेजस्वी की ताजपोशी में लगी RJD

    उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का मकसद नीतीश कुमार की राजनीति को आगे बढ़ाना नहीं, बल्कि नीतीश कुमार को यहां से मुक्त कर तेजस्वी की ताजपोशी है। नीतीश कुमार इस बात को भली-भांति जान रहे हैं कि जिस दिन उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी गई, उसी दिन पार्टी ताश के पत्तों की तरह ढह जाएगी।