सुपौल के 9 प्रखंडों में स्थापित होंगे जैव उपादान संसाधन केंद्र, जैविक खेती करने वाले किसानों को मिलेगा लाभ
सुपौल जिले में रासायनिक खाद के दुष्प्रभावों को देखते हुए किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत नौ प्रखंडों में सात जैव उपादान संसाधन केंद्र खुलेंगे। इन केंद्रों से किसानों को जैविक खाद और अन्य जैविक संसाधनों के उपयोग के बारे में जानकारी मिलेगी जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी और रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होगी।

किसानों को मिलेगा लाभ
16 सितंबर तक लिए जाएंगे आवेदन
जैव उपादान संसाधन केंद्र से किसानों को कम लागत में टिकाऊ खेती का विकल्प मिलेगा। मिट्टी की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में सुधार होगा। साथ ही उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित कृषि उत्पाद उपलब्ध होंगे। प्रत्येक केंद्र की स्थापना के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। - पप्पू कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी
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