पूर्ण वैष्णवी पद्धति से करजाईन में होती है मां की आराधना
सुपौल । राघोपुर प्रखंड अंतर्गत एनएच 106 पर अवस्थित करजाईन स्थित मां दुर्गा मंदिर में करीब स

सुपौल । राघोपुर प्रखंड अंतर्गत एनएच 106 पर अवस्थित करजाईन स्थित मां दुर्गा मंदिर में करीब सात दशक से नवरात्र के अवसर पर माता दुर्गा की पूजा-अर्चना पूर्ण वैष्णवी पद्धति से वैदिक रीति से की जाती है। इस मंदिर के निर्माण के लिए बलुआ बा•ार निवासी स्व. पंडित दिवाकर मिश्र ने जमीन दान स्वरूप दी थी। मंदिर के स्थापना काल में बा•ार के व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने फूस का घर बनाकर पूजा-अर्चना शुरू की थी। बाद में छतदार मंदिर बनाया गया जो अब भव्य दो मंजिला बन चुका है। स्थानीय बुजुर्गों का कहना है कि मांगन दास ने यहां पर भगवती का निर्माण कार्य शुरू किया था। उन्हें इस कार्य का आदेश भगवती ने स्वप्न में दिया था। उनके निधन के बाद बाहर के कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रतिमा का निर्माण किया जाता है। नवरात्र के दिनों में यहां की संध्या आरती लोगों के आस्था का केंद्र बन जाता है। प्रतिदिन श्रद्धालु संध्या आरती में पहुंचते हैं। वहीं सुबह से देर संध्या तक आचार्य पंडित धर्मेंद्रनाथ मिश्र के श्लोकों एवं भक्ति गीतों से पूरे क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहता है। यजमान के रूप में करजाईन पैक्स अध्यक्ष विदेश्वर मरीक स्वजनों के साथ पूरी निष्ठा से जुटे हैं। दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शारदा, उपाध्यक्ष गोपी कृष्ण स्वर्णकार, सचिव अमरेंद्र कुमार मेहता उर्फ लाल मेहता, सह सचिव उपेंद्र साह एवं कोषाध्यक्ष गोविद डागा के साथ-साथ स्थानीय युवा पूजा एवं अन्य गतिविधियां संपन्न कराने में सक्रिय हैं। पूजा समिति के सदस्यों ने बताया कि कोरोना एवं आचार संहिता को देखते हुए इस बार प्रशासनिक दिशा-निर्देशों के अनुसार पूजा कार्यक्रम हो रहा है।
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