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    Bihar Politics: लालू ने इस सीट पर भी कांग्रेस के साथ कर दिया 'खेला', पहली बार चुनावी ताल ठोंकेगा RJD का कैंडिडेट

    Bihar Political News in Hindi बिहार की सुपौल लोकसभा क्षेत्र में सात मई को वोटिंग होनी है। चुनावी मैदान में उतरने के लिए 12 अप्रैल से पर्चा दाखिल किया जाएगा। महागठबंधन से इस बार इस सीट से राजद का उम्मीदवार मैदान में होगा। वहीं राजतांत्रिक गठबंधन से इस बार भी इस सीट से जदयू का उम्मीदवार चुनावी ही ताल ठोकेगा।

    By Bharat Kumar Jha Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 29 Mar 2024 06:41 PM (IST)
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    सुपौल सीट पर Lalu Yadav पहली बार उतारेंगे अपना कैंडिडेट। (फाइल फोटो)

    भरत कुमार झा, सुपौल। सुपौल लोकसभा क्षेत्र के लिए सात मई को मतदान होना है। 12 अप्रैल से पर्चा दाखिल किया जाएगा। अब तक की प्राप्त जानकारी अनुसार गठबंधन के तहत किस दल के हिस्से में आई सीट यह क्लियर हो गया है।

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    राजतांत्रिक गठबंधन से यह सीट जहां जदयू के ही कोटे में रही, वहीं महागठबंधन की ओर से इसबार यह सीट राजद के हिस्से में पड़ी है।

    2008 में हुआ था सुपौल सीट का गठन

    सुपौल लोकसभा क्षेत्र का गठन 2008 में हुआ था। पहला चुनाव 2009 में हुआ, जिसमें जदयू और कांग्रेस का मुकाबला हुआ था। जिसमें जदयू को जीत मिली थी। 2014 के चुनाव में जदयू और भाजपा के अलग-अलग उम्मीदवार थे, जबकि कांग्रेस को राजद का समर्थन प्राप्त था। इस चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी।

    2019 में जदयू उम्मीदवार को मिली थी जीत 

    2019 में राजग की ओर से जदयू और महागठबंधन से कांग्रेस का मुकाबला हुआ था और जदयू को जीत मिली थी। यानी तीनों चुनाव में महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के ही प्रत्याशी मैदान में उतारे गए थे। यह पहला मौका है जब ये सीट महागठबंधन की ओर से राजद के कोटे में चली गई है।

    2008 से पहले का सियासी इतिहास

    इससे पहले जब सुपौल, सहरसा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आता था। तब एक पक्ष से कांग्रेस की उम्मीदवारी तय रहा करती थी। 1952 के चुनाव में कांग्रेस, 1957 के चुनाव में कांग्रेस, 1964,1971,1980,1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को ही जीत मिली थी। जबकि 1962 में प्रजा सोसलिस्ट पार्टी,1967 में संयुक्त सोसलिस्ट पार्टी, 1977 में जनता पार्टी, 1989, 1991 व 1996 में जनता दल को जीत मिली थी।

    1998 के चुनाव में राजद ने अनूपलाल यादव को मैदान में उतारा था और उन्होंने जीत दर्ज की थी। यानी इस क्षेत्र से यह दूसरा मौका होगा जब राजद के सिंबल पर उम्मीदवार मैदान में होंगे। हालांकि राजद ने किसे अपना उम्मीदवार बनाया है यह सूची अब तक जारी नहीं की गई है।

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