Ayushman Card: ...तो क्या ऐसे बनेगा आयुष्मान कार्ड? इस जिले में सामने आई बड़ी गड़बड़ी, 5 जगहों पर नहीं मिले...
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी आयुष्मान भारत योजना धरातल पर फेल नजर आ रही है। इसकी वजह है कुछ अधिकारी और कर्मचारी। बिहार के सुपौल जिले में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीडीएस दुकानों का औचक निरीक्षण किया तो पता चला कि यहां आयुष्मान कार्ड बनाने में धांधली की जा रही है। कई सीएसपी संचालक अपनी-अपनी दुकान या घर पर कार्ड बनाते हैं जिसमें लोगों को परेशानी हो रही है।

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल)। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर सीएसपी संचालकों द्वारा जगह-जगह धांधली किए जाने का मामला सामने आया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा निरीक्षण करने गई टीम ने इसका खुलासा किया है।
टीए ने बताया कि बुधवार को क्षेत्र की पांच पीडीएस दुकान पर आयुष्मान कार्ड नहीं बनाया जा रहा था। ऐसी जगह के लिए तैनात सीएसपी संचालक अपनी-अपनी दुकान पर कार्ड बनाते हैं जो गलत है।
लोगों को हो रही परेशानी
निरीक्षण टीम में शामिल स्वास्थ्य प्रबंधक ओमप्रकाश ने बताया कि बुधवार को जन वितरण विक्रेता रघुवंश प्रसाद यादव, अवधेश साह, संजय कुमार मेहता, सुखदेव मेहता और दिलीप पासवान की दुकान पर कार्ड बनाने के लिए लोग तो पहुंचे, लेकिन वहां सीएसपी संचालक नहीं पहुंचे, जिनके चलते लोगों को खाली लौटना पड़ा।
अपने घर से बना रहे आयुष्मान कार्ड
उन्होंने बताया कि कार्ड बनाने के लिए 15 मार्च तक तिथि निर्धारित है। स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि जांच के दौरान यह जानकारी मिली कि जन वितरण दुकान पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए तैनात किए गए कई सीएसपी संचालक अपनी-अपनी दुकान या घर पर कार्ड बनाते हैं जिसमें लोगों को परेशानी हो रही है।
बताया कि ऐसे संचालकों की सूची जिला को भेजी जाएगी। जांच टीम के सदस्यों ने बताया कि सभी सीएसपी संचालक जिन्हें कार्ड बनाने की जिम्मेवारी दी गई है उन्हें जनवितरण दुकान पर ही कार्ड बनाना है। जांच टीम के सदस्यों ने बताया कि समय से लोगों को आयुष्मान कार्ड बन सके उसके लिए नियमित रूप से क्षेत्र में निरीक्षण किया जा रहा है और उसी दौरान यह मामला सामने आया है।
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