Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीट शेयरिंग में फंसा पेंच, संभावित उम्मीदवारों ने जारी कर दी नामांकन की तारीख

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 02:24 PM (IST)

    सुपौल में राजग गठबंधन चुनाव के लिए तैयार है, लेकिन महागठबंधन में सीटों का बँटवारा अभी तक तय नहीं हो पाया है। एनडीए के पास जिले की पाँचों सीटें हैं, जबकि महागठबंधन में उम्मीदवार तय करने में देरी हो रही है। कांग्रेस निर्मली सीट पर दावा कर रही है, और वीआईपी ने छातापुर सीट की मांग की है, जिससे राजद के उम्मीदवार मुश्किल में हैं।

    Hero Image

    संभावित उम्मीदवारों ने जारी कर दी नामांकन की तारीख

    भरत कुमार झा, सुपौल। अखाड़ा सज चुका है, राजग गठबंधन से योद्धाओं के चेहरे सामने दिखाई देने लगे हैं, वैसे आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है बावजूद उम्मीदवारों द्वारा नामांकन की तिथि घोषित की जा रही है और प्रत्याशी पूरी तैयारी के साथ रणक्षेत्र में उतर भी चुके हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लेकिन सामने महागठबंधन ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है। यहां तक कि कौन सी सीट किस घटक दल के हिस्से पड़ेगी ये भी स्पष्ट नहीं हो सका है, उम्मीदवारी तो अब तक नेपथ्य में ही है।

    एनडीए के कब्जे में सुपौल

    सुपौल जिला अंतर्गत पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें फिलहाल सभी सीट एनडीए के कब्जे में है। चार पर जदयू तो एक पर भाजपा काबिज है। राजग गठबंधन के तहत त्रिवेणीगंज आरक्षित सीट पर लोजपा (रामविलास) की दावेदारी जोर-शोर से दिखाई दे रही है। 

    इसलिए वहां की क्या स्थिति बनेगी ये तो आधिकारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। बाकी सीटों पर अब तक की जानकारी अनुसार सिटिंग गेटिंग का ही फार्मूला दिखाई दे रहा है। इधर महागठबंधन के तहत विगत विधानसभा चुनाव में चार-एक का फार्मूला था। यानी चार पर राजद तो एक पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार दिया था। 

    सुपौल में कांग्रेस को एक सीट

    सुपौल विधानसभा सीट कांग्रेस के हिस्से पड़ी थी तो निर्मली, पिपरा,त्रिवेणीगंज और छातापुर राजद के कोटे में। चर्चाओं पर गौर करें तो हिस्सेदारी के उलटफेर की बात भी सामने आ रही है। यानी एक सीट पर कांग्रेस तो यहां राजी दिखाई दे रही है लेकिन कौन सी सीट होगी इसमें अलग-अलग चर्चा हो रही है। 

    पार्टी सूत्र पर भरोसा करें तो निर्मली विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस इस बार आजमाइश करने की कोशिश में जुटी है। वैसे एक दो उम्मीदवार सुपौल से अपना टिकट कंफर्म मानते क्षेत्र में जोर-शोर से जुट भी गए हैं। उपर से मुकेश सहनी वाली पार्टी वीआईपी भी इसबार महागठबंधन में हिस्सेदार है। उसकी पार्टी ने छातापुर विधानसभा क्षेत्र से अपना दावा ठोक रखा है। 

    जबकि राजद के संभावित उम्मीदवार कहीं से भी पीछे हटने को तैयार नहीं दिखाई दे रहे हैं। महागठबंधन में सीट शेयरिंग का एक मुद्दा तो है ही लेकिन दूसरा मुद्दा योद्धाओं की तलाश भी है। इधर से कोई ऐसा नाम चर्चा में नहीं है जिसे कंफर्म की मुहर लगी हुई हो। नतीजा है कि एक क्षेत्र से कई-कई नाम उछाल खा रहे हैं।