सुपौल-दरभंगा-समस्तीपुर के रास्ते गुजरेगी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन, 13 दिन और 12 रात की होगी यात्रा
भारत गौरव पर्यटन ट्रेन 5 दिसंबर को सहरसा से शुरू होकर दक्षिण भारत के धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी। 13 दिनों की इस यात्रा में सुपौल भी शामिल है। यात्री तिरुपति बालाजी, रामेश्वरम और मदुरै जैसे मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे। आईआरसीटीसी ने विभिन्न श्रेणियों में पैकेज शुल्क निर्धारित किए हैं, जिनमें आवास, भोजन और यात्रा बीमा शामिल हैं। ट्रेन में सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं।

जागरण संवाददाता, सुपौल। भारत गौरव पर्यटन ट्रेन यात्रा 5 दिसंबर को सहरसा से शुरू होगी, जो दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल समेत ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराएगी। यह यात्रा 13 दिन और 12 रात की होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पहली बार सुपौल को भी इस यात्रा से जोड़ा गया है। ट्रेन 17 दिसंबर को वापस सहरसा लौटेगी।
आईआरसीटीसी द्वारा संचालित भारत गौरव पर्यटन ट्रेन सहरसा से चलकर सुपौल, निर्मली, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, दिलदारनगर,पंडित दीनदयाल उपाध्याय, प्रयागराज सहित अन्य स्टेशनों पर रुकेगी।
आईआरसीटीसी पटना के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि भारत गौरव पर्यटक ट्रेन से कोसी समेत उत्तर बिहार के तीर्थ यात्री दक्षिण भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों और ज्योतिर्लिंगों की सुलभ व सुरक्षित यात्रा कर सकते हैं, इसमें तिरुपति बालाजी दर्शन एवं पद्मावती मंदिर, रामेश्वरम में रामनाथस्वामी ज्योतिर्लिंग, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी का कन्याकुमारी मंदिर एवं विवेकानंद राक मेमोरियल, तिरुवनंतपुरम के पद्यनाभस्वामी मंदिर, मल्लिकार्जुन के मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग शामिल है।
उन्होंने बताया कि यात्रा को लेकर पैकेज में शुल्क निर्धारित किए गए हैं जिन्हें तीन भागों में बांटा गया है। इकोनॉमी क्लास का शुल्क 25,620 रुपये प्रति यात्री, स्टैंडर्ड क्लास का 35,440 रुपये तथा कंफर्ट क्लास 49,175 रुपये प्रति यात्री निर्धारित किए गए हैं। इकोनॉमी क्लास में स्लीपर, स्टैंडर्ड क्लास में थर्ड एसी और कंफर्ट क्लास में सेकेंड एसी कोच में यात्रा करने की सुविधा मिलेगी।
इसके अलावा श्रद्धालुओं को सभी पैकेज में आवास, स्थानांतरण, दर्शनीय स्थल, भ्रमण, तरोताजा होने की व्यवस्था, आन बोर्ड सुरक्षा, यात्रा बीमा तथा आइआरसीटीसी की विशेष मेजबानी करने की सुविधा दी जाएगी। बताया कि ट्रेन की साफ-सफाई के लिए प्रत्येक कोच में एक हाउसकीपर की तैनाती की गई है। इसके अलावा प्रत्येक कोच में सिक्योरिटी गार्ड व प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी।
इस ट्रेन में एक मंदिर की भी स्थापना की गई है, जहां प्रत्येक दिन सुबह-शाम भजन और कीर्तन की व्यवस्था रहेगी। यहां श्रद्धालु सुबह-शाम पूजा-पाठ भी कर सकेंगे। उन्होंने आगे बताया कि इस पर्यटन ट्रेन में 688 सीट की व्यवस्था की गई है। इसमें अब तक करीब 450 की बुकिंग हो चुकी है। वैसे तो बुकिंग के लिए आनलाइन व्यवस्था की गई है, लेकिन सुपौल के लिए एक हेल्पलाइन दी गई है जिसका नंबर 7980025765 है। यह नंबर केवल सुपौल के लिए है।
इस नंबर से श्रद्धालु यात्रा के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी लेने के साथ-साथ बुकिंग भी करवा सकते हैं। कहा कि यदि कोई यात्री 10 या 10 से अधिक लोगों की बुकिंग एक साथ समूह में करते हैं तो उन्हें 750 रुपये की विशेष छूट दी जाएगी।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि यह पहल भारत सरकार की देखो अपना देश और एक भारत श्रेष्ठ भारत योजनाओं के तहत आयोजित की जा रही है। इनका मुख्य उद्देश्य घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना, संस्कृति एकीकरण को प्रोत्साहित करना तथा विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करना है। यह यात्रा बिहार के श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए दक्षिण भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करने का एक अनोखा अवसर है। इस मौके पर आइआरसीटीसी के संजीव कुमार, दीपांकर मानना मौजूद थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।