जासं, सिवान : मनमाना पैसा लेकर बिना वाहन जांच किए प्रदूषण प्रमाणपत्र जारी करने वाले जांच केंद्रों के विरुद्ध परिवहन विभाग ने सख्त कदम उठाया है। मनमानी पर लगाम लगाने के लिए परिवहन मंत्रालय द्वारा प्रदूषण जांच के लिए एनआइसी का वाहन 4 पोर्टल तैयार किया जा रहा है। केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी के लिए मई माह के अंत तक पायलट प्रोजेक्ट योजना वाहन 4 की शुरुआत कर दी जाएगी। ट्रायल के लिए सभी केंद्रों को जल्द हीं पोर्टल से जोड़ दिया जाएगा। इससे यह पता लगाना आसान होगा कि किस गाड़ी का प्रदूषण प्रमाणपत्र कब जारी किया गया है और इसकी वैधता अवधि कब तक है। बतादें कि जिले में कुल 18 प्रदूषण केंद्र हैं, जिसमे वर्तमान समय में 15 केंद्रों पर प्रमाणपत्र बनाने का काम हो रहा है। वहीं 3 जांच केंद्र अनियमितता के कारण बंद हो गए हैं।
प्रदूषण मानक में पास होने पर ही मिलेगा प्रमाणपत्र :
जांच कराने के लिए वाहन को प्रदूषण केंद्र ले जाना होगा। जैसे ही वाहन प्रदूषण की जांच प्रक्रिया शुरू होगी, पूरी व्यवस्था ऑनलाइन पोर्टल से जुड़ जाएगी। प्रदूषण केंद्र समेत पोर्टल पर वाहन के नंबर नजर आने लगेगा। वाहन में किस स्तर का प्रदूषण पाया गया है इसका पूरा डाटा सामने होगा। प्रदूषण मानक के अनुरूप मिला तो वाहन पास हो जाएगा और उसका प्रमाणपत्र जारी कर दिया जाएगा। अगर वाहन फेल हुआ तो सर्टिफिकेट जेनरेट नहीं होगा।
क्या कहते हैं जिम्मेदार :
जिले में संचालित सभी प्रदूषण जांच केंद्रों को सिगल प्लेटफार्म पर लाने की पहल की जा रही है। मई माह के अंत तक वाहन 4 पोर्टल का शुभारंभ कर दिया जायेगा। इससे प्रदूषण केंद्रों की मनमानी पर लगाम लग जाएगा।
कृष्णमोहन सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी, सिवान