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    Siwan Vidhan sabha Chunav 2025: मतदान के लिए चार किलोमीटर का सफर, सिवान के दौलतपुर में चुनौती बनी वोटिंग

    By Gopinath SoniEdited By: Radha Krishna
    Updated: Tue, 04 Nov 2025 12:11 PM (IST)

    Siwan election accessibility सिवान के दौलतपुर गांव में मतदान एक कठिन कार्य है, क्योंकि ग्रामीणों को वोट डालने के लिए चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इस लंबी दूरी के कारण, खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को भारी परेशानी होती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से गांव में ही मतदान केंद्र स्थापित करने की मांग की है, ताकि वे आसानी से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। प्रशासन ने समस्या पर विचार करने का आश्वासन दिया है।

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    इसी रास्ते से होकर वोट गिराने जाएंगे वोटर

    संवाद सूत्र, रघुनाथपुर (सिवान)। Siwan Polling booth distance रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र (संख्या 108) के फुलवरिया पंचायत के दौलतपुर गांव के मतदाताओं को हर चुनाव में मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। गांव के लोगों को अपने मतदान केंद्र फुलवरिया प्राथमिक विद्यालय तक जाने के लिए करीब चार किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। आने-जाने की कुल दूरी लगभग आठ किलोमीटर हो जाती है। लंबी दूरी और खराब रास्ते के कारण कई मतदाता मतदान करने से कतराते हैं।

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    दूरी के कारण मतदान से वंचित रह जाते हैं मतदाता


    दौलतपुर गांव फुलवरिया पंचायत के वार्ड संख्या 5 में आता है, जहां करीब 400 से अधिक मतदाता हैं। पंचायत में कुल तीन मतदान केंद्र (संख्या 243, 244 और 245) बनाए गए हैं, जिनमें से 244 नंबर केंद्र पर दौलतपुर के मतदाता मतदान करते हैं।


    गांव की एक महिला मतदाता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लंबी दूरी और खराब रास्ते के कारण कई लोग मतदान केंद्र नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा, “बुजुर्गों और नई दुल्हनों को आठ किलोमीटर पैदल चलना कठिन होता है। अगर पास के लगुसा गांव में केंद्र बना दिया जाए, तो लोगों को राहत मिलेगी।

    मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए पानी पार करना अनिवार्य

    आगामी 6 नवम्बर 2025 को होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। फुलवरिया प्राथमिक विद्यालय जाने वाले रास्ते में करीब दो फीट पानी भरा हुआ है। लोगों को इस पानी से होकर गुजरना पड़ेगा।


    महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह स्थिति बेहद कठिन साबित हो रही है।

    अंचलाधिकारी प्रत्यक्ष कुमार ने बताया कि फुलवरिया गांव की ओर से एक वैकल्पिक रास्ता मौजूद है, जिसका उपयोग किया जा सकता है। वहीं, फुलवरिया पंचायत के बीडीसी सुरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचने में कठिनाई होगी, जिससे मतदान प्रतिशत में कमी आ सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन से कई बार रास्ते की मरम्मत और जलनिकासी की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

    ग्रामीणों ने प्रशासन से मांगा समाधान

    फुलवरिया पंचायत के दौलतपुर, फुलवरिया, दया छपरा, महंथ का मठिया, दुदहा और लगुसा गांवों के लगभग 2700 मतदाता इन्हीं तीन केंद्रों पर वोट डालते हैं। जबकि इन गांवों में दया छपरा मध्य विद्यालय, दुदहा उत्क्रमित मध्य विद्यालय और दौलतपुर आंगनबाड़ी केंद्र जैसी सरकारी इमारतें मौजूद हैं, जहां मतदान केंद्र बनाए जा सकते हैं।

    ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और चुनाव आयोग से मांग की है कि या तो नजदीकी विद्यालय में मतदान केंद्र बनाया जाए या रास्ते की मरम्मत और जलनिकासी की व्यवस्था की जाए, ताकि हर मतदाता बिना परेशानी के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग कर सके।