खुशखबरी : प्रतापपुर शुगर फैक्ट्री में जाएगा मैरवा के किसानों का गन्ना
सिवान । मैरवा और आस-पास के किसानों के लिए यह खुशखबरी है कि अब उन्हें अपना गन्ना गोपालग ...और पढ़ें

सिवान । मैरवा और आस-पास के किसानों के लिए यह खुशखबरी है कि अब उन्हें अपना गन्ना गोपालगंज नहीं भेजना होगा। प्रतापपुर चीनी मिल में अब वे अपना गन्ना भेज सकेंगे। जीरादेई विधायक रमेश ¨सह कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से
मिलकर किसानों की समस्याएं उनके समक्ष रखीं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ये आदेश दिए हैं। विदित हो कि दो वर्ष से यहां के किसान परेशान थे। पहले प्रतापपुर चीनी मिल में यहां का गन्ना जाता था लेकिन विगत दो वर्ष से किसानों को गन्ना गोपालगंज और सासामुसा चीनी मिल को भेजना पड़ रहा था। इससे क्षेत्र में गन्ना का उत्पादन बहुत ही कम हो गया था।
विधायक ने बजाज चीनी मिल प्रतापपुर के उप महाप्रबंधक एवं गन्ना प्रबंधक को निर्देश दिए कि गन्ना लेने में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। किसानों को भी किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उप महाप्रबंधक ने कहा कि शीघ्र ही गन्ना बोआई के संसाधन किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। बहुत जल्द मैरवा में एक कार्यालय खोलेगा। उन्होंने कहा कि एक दिसंबर से गन्ना पेराई शुरू होगी। इस संदर्भ में
विधायक रमेश ¨सह कुशवाहा ने बताया कि प्रतापपुर मे चीनी मिल की स्थापना 1903 में की गई थी। प्रतापपुर गांव नौतन प्रखंड में स्थित है, जो कि बिहार में ही है। इस चीनी मिल में 50 प्रतिशत से अधिक कर्मी बिहार के हैं। यह चीनी मिल तीन तरफ से बिहार से जुड़ा हुआ है।
पहले इस मिल में गन्ना मैरवा, गुठनी, दरौली, नौतन समेत बिहार के कई सीमावर्ती क्षेत्रों से आपूर्ति होता था। क्षेत्रीय विकास परिषद मैरवा के 208 ग्राम और क्षेत्रीय विकास परिषद हथुआ के 56 ग्राम का गन्ना इस चीनी मिल को भेजा जाता था लेकिन दो वर्षों से यहां का गन्ना गोपालगंज और सासामुसा चीनी मिल को भेजने का आदेश हो गया था, इससे किसान परेशान थे।

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