4584 में से 3237 छात्रों को ही मिला स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अब तक 3237 छात्रों को ही योजना का लाभ मिल पाया है। जबकि इस योजना के लिए जिले में 4584 स्वीकृत किए गए थे।
जासं, सिवान : लॉकडाउन ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना के तहत आर्थिक हल युवाओं के बल कार्यक्रम अंतर्गत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की रफ्तार थाम दी थी। अब तक 3237 छात्रों को ही योजना का लाभ मिल पाया है। जबकि इस योजना के लिए जिले में 4584 स्वीकृत किए गए थे।
जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र की प्रबंधक सुनीता शुक्ला ने बताया कि डीआरसीसी में कुल 4707 आवेदन जमा हुए हैं। इनमें से 4584 आवेदनों को स्वीकृती दी गई जबकि 49 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए। वहीं 74 आवेदनों की जांच अभी लंबित हैं।
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के लिए 34 हजार 254 आवेदनों में से 32 हजार 773 आवेदनों को स्वीकृति मिल चुकी है, जबकि 1481 आवेदनों को अस्वीकृत कर दिया गया है। कुशल युवा कार्यक्रम के लिए 42 हजार 927 आवेदन डीआरसीसी में जमा हुए हैं, इसमें से 42 हजार 864 आवेदनों को स्वीकृति मिल चुकी है, जबकि 63 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए है।
बता दें कि जिले में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, स्वयं सहायता भत्ता योजना तथा कुशल युवा कार्यक्रम योजना वर्ष 2016 से चल रहा है। लेकिन व्यापक रूप से प्रचार प्रसार नहीं होने तथा लाभुकों के उदासीनता के कारण इन योजनाओं का लाभ छात्रों को नहीं मिल पा रहा है।
44.91 करोड़ का किया गया है ऋण वितरित :
बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत अबतक 3237 छात्रों को बैंक व वित्त निगम द्वारा ऋण दिया गया है। इसके लिए 1 अरब 46 लाख 92 हजार 451 रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। इसमें से 44 करोड़ 91 लाख 27 हजार 580 रुपया का वितरण कर दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री निश्चय योजना स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ 32 हजार 301 लाभुकों को मिल रहा है। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 41 हजार 709 युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है, जबकि वर्तमान समय में 2577 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
इनको मिलेगा योजनाओं का लाभ :
सरकारी स्कूलों से इंटर करने के बाद सभी छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए चार लाख तक का लोन बिहार सरकार देती है। इसमें बीए, बीएससी, एमए, एमएससी, एमबीए और अन्य उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए लोन ले सकते है। वहीं दूसरी तरफ पॉलिटेक्निक करने वाले छात्र मैट्रिक से ही लोन ले सकते है। स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत इंटर पास कर जो छात्र पढ़ाई छोड़ दिए है, उसे दो वर्ष तक एक हजार की सहायता राशि दी जाएगी। इस राशि से युवक को रोजगार खोजने में भी मदद मिलेगी। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत मैट्रिक पास होने के बाद रोजगार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण देकर युवाओं को रोजगार के लायक बनाया जाता है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार :
लॉकडाउन के कारण कार्य बाधित रहा है। जल्द ही सभी पेंडिग कार्यों को पूरा कर लाभुकों को योजनाओं का लाभ दिया जाने लगेगा। छात्रों से अपील है कि वे जयादा से ज्यादा इन योजनाओं का लाभ लें।
सुनीता शुक्ला, प्रबंधक, डीआरसीसी, सिवान